जबलपुर। कुछ लोग दिन में कई बार गर्दन चटकाते हैं, जिससे उन्हें लगता है कि नसों को आराम मिलता है। लेकिन यह बिल्कुल गलत है, गर्दन चटकाना कई बार खतरनाक साबित हो सकता है। आपको सावधान हो जाना चाहिए।
गर्दन को चटकाते हैं तो नसों में खिंचाव होता है
जब लोग अपनी गर्दन को चटकाते हैं तो नसों में खिंचाव होता है, जिससे लकवे की चपेट में भी वह आ सकते हैं। वर्तमान में लोगों की अनियमित दिनचर्या के कारण भी न्यूरो संबंधी समस्याएं बढ़ी हैं, कभी भी हाथ- पैर या किसी भी अंग में कंपन हो या बार बार झुनझुनी चढ़े तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
ऐसी कोई भी स्थिति होने पर तुरंत न्यूरोलाजिस्ट से परामर्श लेना चाहिए
कई बार नसों के डेमेज होने के कारण, नस दब जाने के कारण या सही तरह से रक्त संचार न होने के कारण यह स्थिति बनती है। ऐसी कोई भी स्थिति होने पर तुरंत न्यूरोलाजिस्ट से परामर्श लेना चाहिए। समय से उपचार लेने से बिना किसी बड़े आपरेशन अथवा माइनर सर्जरी से बचा जा सकता है।
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