Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज। देश की पहली दुनिया की 5वीं नाइट सफारी विकसित हो रही, प्रदेश वासियों को नाइट सफारी की मिलेगी सौगात,जा...

गुजरात: ट्रेन की चपेट में आने के बाद शेरनी की दर्दनाक मौत, एक महीने में तीसरी घटना

गुजरात के अमरेली जिले में एक शेरनी की मौत हो गई है। यह शेरनी चार दिन पहले एक ट्रेन की चपेट में आने के बाद घायल हो गई थी, जिसका अस्पताल में इलाज चल रहा था। लेकिन बुधवार को शेरनी ने दम तोड़ दिया। इस महीने जिले में ट्रेन की चपेट में आने से शेरनी की मौत का यह तीसरा मामला है।

20 जनवरी को घायल हुई थी शेरनी
अमरेली जिले के राजुला तालुका के डोलिया गांव के पास 20 जनवरी को एक यात्री ट्रेन की चपेट में आने से शेरनी घायल हो गई थी। वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इसे जूनागढ़ जिले के सक्करबाग चिड़ियाघर में भेजा गया था, जहां इलाज के दौरान बुधवार को इसकी मौत हो गई।

एक महीने में तीसरी घटना
इससे पहले तीन जनवरी को अमरेली के गिर (पूर्व) वन प्रभाग के विजापडी गांव के पास एक मालगाड़ी की चपेट में आने से एक शेरनी घायल हो गई थी। एक अधिकारी ने बताया था कि, शेरनी को प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में इसे शक्करबाग चिड़ियाघर में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान 11 जनवरी को इसकी मृत्यु हो गई। अधिकारी ने बताया कि 12 जनवरी को अमरेली जिले के उसकी डिवीजिन में अमृतवेल गांव के पास ट्रेन की चपेट में आने से एक शेर की मौत हो गई थी।

सूबे में कितनी है शेरों की आबादी?
2020 में एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात में एशियाई शेरों की आबादी 2015 से पांच वर्षों में 523 से लगभग 29 प्रतिशत बढ़कर 674 हो गई, जबकि शेरों का वितरण क्षेत्र 36 प्रतिशत बढ़ गया। फरवरी 2023 में राज्य विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर में वन मंत्री मुलु बेरा ने कहा कि 2021 और 2022 में दो वर्षों में राज्य में हुई 240 शेरों की मौतों में से 26 मौतें अप्राकृतिक कारणों से हुईं, जैसे बड़ी बिल्लियों का वाहनों की चपेट में आना या खुले कुओं में गिरना।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.