Jyotish Tips। हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, हमारा शरीर पंचतत्व से मिलकर बना हुआ है और इन पंचतत्व में कई धातुएं भी शामिल होती है, जिनका हमारे शरीर पर शुभ और अशुभ प्रभाव होता है। ज्योतिष में चांदी के छल्लों को धारण करने के बारे में विस्तार से जिक्र किया गया है। चांदी के छल्लों को धारण करने से व्यक्ति की कई प्रकार की समस्याओं का निदान हो जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, लग्न कुंडली में ग्रहों की स्थिति के अनुसार ही किसी धातु के छल्ले को धारण करना चाहिए। ज्योतिष के जानकार पंडित प्रभु दयाल दीक्षित यहां बता रहे हैं कि चांदी का छल्ला धारण करने से क्या फायदे हैं और इसे धारण करते समय किन बातों की सावधानी रखनी चाहिए।
चांदी का छल्ला पहनने से लाभ
पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, चांदी को शुक्र और चंद्रमा से संबंधित माना गया है। चांदी धन और वैभव को खींचने का काम करती है। इसे धारण करने से जातक को मानसिक शांति मिलती है। व्यक्ति कई प्रकार के रोगों से बचा जा सकता है। मानसिक तनाव होने पर चांदी जरूर पहनना चाहिए।
इन बातों की रखें सावधानी
- चांदी का छल्ला धारण करते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसमें कहीं से भी जोड़ न हो।
- चांदी के छल्ले को हाथ के अंगूठे में ही पहनना चाहिए।
- महिलाओं को बाएं हाथ में चांदी का छल्ला धारण करना चाहिए, वहीं पुरुषों को बाएं हाथ के अंगूठे में पहनना चाहिए।
- चांदी का छल्ला धारण करने से राहु दोष का निवारण होता है।
- चांदी का छल्ला कर्क, वृश्चिक, वृषभ, तुला और मीन राशि के लोगों के लिए शुभ होता है।
- चांदी का छल्ला सोमवार या शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
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