ग्वालियर। तीन दिन पहले कोरोना संक्रमित पाए गए शिक्षा विभाग में पदस्थ सहायक संचालक के स्वास्थ्य में सुधार है। जीनोम सिक्वेंसिंग जांच के लिए सैंपल सोमवार को डीआरडीओ भेज दिया गया। जिससे यह पता चल सके कि कोरोना का कौनसा वैरिएंट है। कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद जिला अस्पताल और जेएएच में सैंपलिंग की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। जिला अस्पताल और जेएएच में सोमवार को एक भी सैंपल नहीं हुए। ओपीडी में भी कम ही मरीज पहुंचे। नए साल की पहली तारीख एक जनवरी पर लोग भी अस्पताल कम ही पहुंचे। ऐसे में जिला अस्पताल की ओपीडी में डाक्टर मरीजों का इंतजार करते नजर आए। चिकित्सक मरीजों को मास्क लगाने की सलाह दे रहे थे। उनका कहना था कि बचाव से ही हम बीमारी से बच सकते हैं। अस्पताल में आने वाले मरीज व उनके परिजन मास्क लगाकर नहीं पहुंच रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों पर शुरू नहीं हो सकी जांच: स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना जांच के लिए नमूने लेने की सुविधा शुरू नहीं कर पाया है। ऐसे में ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर चिकित्सक उनको कोरोना जांच कराने की सलाह देते है तो जांच कराने ग्वालियर जाना पड़ेगा। जांच सुविधा स्वास्थ्य केंद्रों पर शुरू होना चाहिए।
एयर टर्मिनल का काम 10 जनवरी तक पूरा करने की डेडलाइन
एयर टर्मिनल का काम अब 10 जनवरी तक पूरा करने की डेडलाइन दी गई है। एएआइ के अधिकारियों ने यहां डेरा डाल रखा है क्योंकि चार जनवरी को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का दौरा प्रस्तावित है। चार जनवरी को सीएम मोहन यादव भी ग्वालियर संभाग की समीक्षा करने ग्वालियर आ रहे हैं। सिंधिया के निरीक्षण के कारण ही एएआइ के अधिकारियों में खलबली मची हुई है क्योंकि अभी फिनिशिंग का काफी काम बचा हुआ है। 31 दिसंबर की पूरा करने की तिथि भी निकल गई है।
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