ई- आबकारी पोर्टल से फास्टैग सेवा के इंटीग्रेशन की टेस्टिंग में प्रदेश की निर्माण इकाइयों से निर्यात में उपयोग हो रहे वाहनों का डेटा फास्टैग सेवा से नहीं जुड़ना पाया गया, जिसके चलते उन वाहनों द्वारा परिवहन के दौरान टोल टैक्स का नगद भुगतान किया गया है अथवा उन वाहनों में फास्टैग का पंजीयन प्राइवेट श्रेणी अथवा वाहन क्रमांक के स्थान पर वाहन के चेसिस नंबर पर किया गया है।
फास्टैग सेवा द्वारा सिर्फ उन्हीं वाहनों की जानकारी दी जाती है जिनका कामर्शियल श्रेणी में पंजीयन कराया गया है एवं परिवहन के दौरान फास्टैग के माध्यम से ही टोल टैक्स का भुगतान किया गया है।
परिवहन के दौरान वाहन को टोल प्लाजा से गुजरने की जानकारी फास्टैग के माध्यम से सही प्राप्त हो, इसके लिए यह सुनिश्चित किया गया कि शराब, स्पिरिट के परिवहन, निर्यात के लिए सिर्फ उन्हीं वाहनों का उपयोग किया जाए, जिनका फास्टैग पंजीयन कामर्शियल श्रेणी में एवं वाहन क्रमांक के आधार पर किया गया हो।
समस्त टोल प्लाजा पर टैक्स का भुगतान फास्टैग के माध्यम से ही किया जाएगा। शराब, स्पिरिट का परिवहन, निर्यात अनुमोदित रूट से एवं मैप किए गए टोल प्लाजा से ही किया जाएगा।
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