जबलपुर। ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा करने और रेल दुर्घटनाएं रोकने के लिए रेलवे ने कई सुरक्षा उपाए अजमाना शुरू कर दिया है। इस कड़ी में ट्रेनों के इंजन में आधुनिक तकनीक से युक्त कैमरे लगाए गए हैं, जो न सिर्फ पटरियों पर नजर रख रहे हैं, बल्कि इंजन की टक्कर से होने वाली दुर्घटनाओं से जुड़ी जानकारी स्टोर भी कर रहे हैं। दुर्घटना की जांच के दौरान यह जानकारी रेलवे के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है।
इंजन से कोई वस्तु टकराते ही इसकी सूचना कैमरे की मदद से रेलवे कंट्रोल तक पहुंच रही है
इंजन से कोई वस्तु टकराते ही इसकी सूचना कैमरे की मदद से रेलवे कंट्रोल तक पहुंच रही है। इसके साथ ही इंजन के अगले हिस्सा में किसी तरह की खराबी आने या कोई भाग गर्म होने पर भी इन कैमरों की मदद से रेलवे कंट्रोल को सर्तक किया जा रहा है। जबलपुर रेल मंडल के लगभग दो दर्जन से ज्यादा विद्युत इंजन में इन कैमरों को लगा दिया गया है। इसके बेहतर परिणाम सामने आने के अब अब इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है।
इंजन के ब्लैक बाक्स से मिल रही मदद
इंजन के सामने लगाए गए ये कैमरे, ठीक हवाई जहाज में लगे ब्लैक बाक्स की तरह काम करते हैं। जबलपुर रेल मंडल में जिन इंजनों में इन्हें लगाया गया है। उससे कुछ टकराते ही उससे जुड़ी तस्वीर और सूचना कैमरे के स्टोर बाक्स में सुरक्षित हो जाती है और फिर घटना की जांच के दौरान इनकी मदद से दुर्घटना की सही वजह पता लगाने में मदद ली जा रही है। मंडल ने अपने सभी 500 इंजन में इन्हें लगाने की तैयारी की है, ताकि न सिर्फ रेल दुर्घटनाओं को राेका जा सके, बल्कि इसकी सही वजह का पता लगाकर रेलवे से जुड़े विभाग और लोगों की पहचान कर सकें। अभी इन्हें प्रयोग के तौर पर लगाया गया था, जो सफल रहा है।
इंजन के अंदर लगे कैमरे, ड्राइवर की परेशानी
दूसरी ओर रेलवे ने इंजन के बाहर के साथ अंदर भी कैमरे लगा दिए गए हैं। इनकी मदद से ट्रेन का संचालन करने वाले ड्राइवर और असि. ड्राइवर पर नजर रख रहा है। हालांकि इन कैमरों ने ड्राइवर और असि. लोको ड्राइवर की तनाव बढ़ा दिया है। ड्राइवर के इंजन के सवार होने से लेकर उनके उतरने के दौरान उनकी हर हरकत को रिकार्ड किया जा रहा है। यहां तक की वे मोबाइल पर बात करते हैं या नहीं, वहीं मोबाइल और अन्य लोगों से क्या बात करते हैं। यह भी कैमरे में रिकार्ड हो रहा है। इसको लेकर रेलवे यूनियन ने अपत्ति दर्ज की है। उन्होंने इन कैमरों को हटाने के लिए कहा है, ताकि सफर के दौरान उनकी निजता का हनन न हो।
हमने प्रयाेग के तौर पर यह कदम उठाया था, जिसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं
ट्रेन के इंजन में कैमरे लगाए गए हैं, ताकि इंजन से कुछ टकराते ही उसकी तस्वीर और जानकारी रेलवे कंट्रोल को मिल जाए। संरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाए गए हैं। हमने प्रयाेग के तौर पर यह कदम उठाया था, जिसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं।
विवेक शील, डीआरएम, जबलपुर मंडल
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