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देवास में चालकों ने बायपास पर लगाया जाम, हजारों लोग फंसे, पुलिस ने संभाला मोर्चा

देवास। आल ड्राइवर कल्याण संघ भारत के बैनर तले सर्व चालक कल्याण संघ देवास के ड्राइवरों ने सोमवार को हड़ताल कर दी। बस-ट्रकों के चक्के थम गए और देवास-भोपाल बायपास पर लंबा जाम लग गया। हजारों लोग जाम में फंसे। देवास से इंदौर नौकरी अथवा अन्य कार्य के लिए जाने वाले लोगों को बायपास से वापस लौटकर आना पड़ा।

इधर, शहर में आटो-मैजिक को भी रूकवाया गया। सवारियां उतारकर वाहन बंद करवाए। हड़ताल के चलते सवारियों को काफी परेशानी हुई। जिनको जरूरी काम से जाना था वे भी परेशान हुए। स्कूली बच्चों को लेने के लिए मैजिक आदि वाहन नहीं पहुंचे, जिस कारण वे स्कूल नहीं जा सके। सुबह से जाम की स्थिति बनी रही।

 

करीब तीन से चार घंटे तक लोग जाम से जूझते रहे। इधर, पेट्रोल पंपों की हड़ताल की सूचना मिलने पर पंपों पर वाहनों की कतारें लगी। लोग पेट्रोल-डीजल डलवाने पहुंचे। एहतियातन पुलिस फोर्स ने मोर्चा संभाला। बायपास पर पुलिस बल पहुंचा और जाम करने वाले चालकों को हिदायत दी। यातायात थाना प्रभारी पवनकुमार बागड़ी ने बताया कि समझाइश के बाद दोपहर करीब 12 बजे से जाम खुलवाया। धीरे-धीरे कर वाहनों को निकालना शुरू किया।

बता दें कि गुरुवार को संघ के पदाधिकारी कलेक्टोरेट पहुंचे थे। 29 सूंत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, सड़क परिवहन मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, राज्यसभा अध्यक्ष के नाम ज्ञापन सौंपा था। संघ जिलाध्यक्ष सुभाषपुरी गोस्वामी ने बताया कि 1 जनवरी से स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन शुरू किया है। हिंट एंड रन के नए कानून का विरोध किया जा रहा है।

 

केंद्र सरकार ने नए कानून में दुर्घटना में मृत होने पर ड्राइवरों को 2 साल की सजा बढ़ाकर 10 साल की सजा एवं 5 लाख रुपये दंड का प्रावधान किया है। इस निर्णय से देशभर के ड्राइवरों में आक्रोश है। ड्राइवरों की मांग है कि उक्त कानून को लागू नहीं किया जाए। देश के 22 करोड़ चालकों को न्याय दिलाने के लिए राष्ट्रीय चालक आयोग, प्रदेश चालक आयोग का गठन किया जाए। सभी वाहन चालकों का समान वेतन के तहत नियमितीकरण किया जाए।

सभी कमर्शियल वाहनों पर लगने वाला राज्यों का टैक्स एक समय पर ही कर रोड टैक्स बंद करने, नेशनल हाईवे पर तथा स्टेट हाईवे पर एंबुलेंस की सुविधा और बढ़ाई जाने जैसी प्रमुख मांगें रखी गई हैं। ड्राइवरों ने चेतवानी दी थी कि 31 दिसंबर 2023 तक मांगे नहीं मानी जाती है 1 जनवरी से स्टीयरिंग छोड़ो आंदोलन शुरू करेंगे। वाहन संचालन बंद करेंगे। इसी के चलते सोमवार से वाहनों के चक्के थम गए।

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