फूफ। यूपी और एमपी की दो सीमाओं को जोड़ने वाले इटावा-भिंड मार्ग पर स्थित उदी चंबल पुल से भारी वाहनों का आवागमन शुरू होने की उम्मीद दो माह बाद नए साल में जताई जा रही है। वर्तमान में पीएनसी कंपनी के द्वारा चंबल पुल का मेंटेनेंस कराया जा रहा है। चंबल पुल का मेंटेनेंस कराए जाने की जिम्मेदारी पीएनसी कंपनी के द्वारा ली गई है।
पुल का मेंटेनेंस कराए जाने को लेकर करीब चार करोड़ रुपये का एस्टीमेट तैयार किया गया है। स्थानीय एवं गुजरात से आए इंजीनियर्स सहित 20 सदस्य इन दिनों पुल की मरम्मत में जुटे हुए हैं। चंबल पुल की तीन बेयरिंग, ग्राउटिंग, माइक्रोव सहित अन्य का मेंटेनेंस किया जाएगा। जिससे बार-बार पुल क्षतिग्रस्त होने की समस्या को दूर किया जा सके।
8 जून से भारी वाहनों पर लगी है रोक
बतादें कि नेशनल हाइवे अथारिटी, पीडब्लूडी ने जब चंबल पुल का मेंटेनेंस कराए जाने को लेकर जब अपने हाथ खड़े कर दिए तो मजबूरी में पीएनसी कंपनी को पुल की मरम्मत कराए जाने की जिम्मेदारी लेनी पड़ी।
चंबल पुल क्षतिग्रस्त होने की वजह से आठ जून की रात 12 बजे से भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई गई थी। इस प्रतिबंध में भारी वाहनों के साथ में यात्री बसें भी दायरे में आ गईं। परिणामस्वरुप भिंड से इटावा के बीच यात्री बस से सफर करने वाले यात्रियों की परेशानियां बढ़ गईं। लोगों को करीब 800 मीटर लंबा पुल पैदल पार करना पड़ रहा है।
चंबल नदी पर बनाया जाना है नवीन पुल
बरही में चंबल नदी पर बने पुल के समांतर नया पुल बनाए जाने के यूपी प्रशासन ने टेंडर जारी कर एजेंसी नियुक्त कर दी है। गुड़गांव की कंपनी को यह पुल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। 296 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में चंबल नदी पर नया फोरलेन पुल और यमुना नदी के पुल तक फोरलेन सड़क बनाई जाना है। जिस कंपनी को यह कार्य में मिला है।
ढाबे से लेकर छोटे दुकानदारों को मिलेगी राहत
करीब पांच माह से चंबल पुल से भारी वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बंद है। इस वजह से मालनपुर से लेकर फूफ तक नेशनल हाइवे क्रमांक 719 पर स्थित ढाबे, होटल से लेकर गुमठी, पिंचर सहित अन्य छोटे व्यापारियों को राहत मिलेगी। वर्तमान में भारी वाहनों का आवागमन बंद होने से इन लोगों का व्यापार प्रभावित हो रहा है।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.