रतलाम। प्याज के निर्यात पर चालीस प्रतिशत शुल्क लगाने से नाराज किसानों का आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। बुधवार को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली। इसमें संयुक्त किसान-मजदूर संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम पंडित भी रतलाम पहुंची। किसान-मजदूर कांग्रेस संगठन ने 21 अगस्त को बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तय की थी। पहले दिन 22 अगस्त को किसानों ने महू रोड स्थित कृषि मंडी में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया था। वहीं बुधवार को कृषि मंडी व पावर हाउस रोड स्थित लहसुन प्याज मंडी की नीलामी में हिस्सा नहीं लिया।
अनाज मंडी से दोपहर करीब साढ़े बारह बजे वाहन रैली निकाली गई। रैली में संयुक्त किसान-मजदूर संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम पंडित स्वयं ट्रैक्टर चला रही थी। किसान नेता डीपी धाकड़, राजेश पुरोहित, अरविंद पाटीदार, भवगतीलाल पाटीदार, दातारसिंह, सुरेश पाटीदार सहित बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर, बाइकों पर तथा पैदल चल रहे थे।
रैली शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई मंडी पहुंची, जहां सभा हुई। सभा में पूनम पंडित ने कहा कि सरकार ने किसान विरोधी निर्णय लिया है। मध्यप्रदेश में जरूरत पड़ी तो देश के अनेक किसान संगठनों के पदाधिकारियों व सदस्यों को आंदोलन में शामिल किया जाएगा।
नीलामी बंद कराने पर किसान नेताओं पर प्रकरण दर्ज
रतलाम। स्टेशन रोड पुलिस ने किसान आंदोलन में शामिल किसान नेताओं सहित करीब 20 लोगों पर मंडी का रास्ता रोकने, नीलामी बंद कराने व शासकीय कार्य में बाधा का मामला दर्ज किया है। मंडी के उप निरीक्षक ईश्वरलाल पारगी ने रिपोर्ट की है कि वे सुरक्षा गार्डों व अन्य कर्मचारी के साथ मंडी गेट पर ड्यूटी कर रहे थे।
तभी आरोपित किसान नेता डीपी धाकड़, समरथ पाटीदार, संजय पाटीदार, सुरेश पाटीदार, राजेश पुरोहित, मानवेंद्रसिंह व अन्य 15 से 20 लोग नारेबाजी कर गेट बंद कर आवागमन बाधित किया। इसके बाद मंडी के अंदर जाकर प्याज की नीलामी प्रक्रिया रुकवा कर धरना प्रदर्शन करने लगे। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ भादंवि की धारा 341, 353, 188 के तहत प्रकरण दर्ज किया।
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