Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज। देश की पहली दुनिया की 5वीं नाइट सफारी विकसित हो रही, प्रदेश वासियों को नाइट सफारी की मिलेगी सौगात,जा...

बोर्ड परीक्षाओं के केंद्र बढ़े, पिछली साल से दो हजार कम छात्र देंगे परीक्षा

ग्वालियर। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित किए जाने वाली बोर्ड परीक्षाओं को लेकर पंजीकृत छात्रों के आधार पर ग्वालियर जिले में सेंटर निर्धारित कर दिए गए हैं। इस बार 10वीं और 12वीं के 50313 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे, जिनके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या भी बढ़ाई गई है, लेकिन पिछले साल की बोर्ड परीक्षाओं पर ध्यान दें तो उसकी तुलना में इस बार दो हजार कम छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। सरकार के तमाम प्रयासों के बाद छात्रों की संख्या कहीं न कहीं घट रही है। वर्ष 2023 में हुई बोर्ड परीक्षाओं में कुल मिलाकर 52453 छात्र शामिल हुए थे लेकिन वर्ष 2024 में होने वाली परीक्षा में यह आंकड़ा घटकर 50313 रह गया है, जिसमें सबसे अधिक कमी 12वीं के छात्रों की संख्या में आई है।

चार परीक्षा केंद्र भी जोड़े

परीक्षा केंद्रों की संख्या में भी इस बार बढ़त दर्ज की गई है, इसमें 4 नए केंद्र भी जोडे गए हैं जिसमें एक स्कूल डबरा का है शेष तीनों स्कूल ग्वालियर के हैं। यानि गुरूनानक स्कूल डबरा, आइडियल स्कूल विनय नगर, रानी अवंतीबाई स्कूल डीडी नगर और एसआइटीएम स्कूल ग्वालियर को नए परीक्षा केंद्रों में शामिल किए गए हैं।

पलायन भी जिम्मेदार

स्कूल शिक्षा को देखें तो ग्वालियर के आसपास के क्षेत्रों से जुड़े कई लोग ऐसे हैं जो बच्चों को शिक्षा के लिए ग्वालियर रह कर पढ़ाते हैं लेकिन किसी कारण वश अगर परीक्षाओं में सफलता नहीं मिली तो वह अपने शहर लौट जाते हैं और बच्चे का दाखिला वहीं किसी स्कूल में करवा देते हैं। इस प्रकार के छात्र बड़ी संख्या में ग्वालियर में हैं।

10वीं के बाद डिप्लोमा काेर्स

आंकडों को ध्यान से देखें तो पता चलता है कि 10वीं की अपेक्षा अधिक कमी 12वीं के छात्रों की संख्या में आई है। विशेषज्ञों के अनुसार इसमें एक कारण यह भी हो सकता है जिसमें छात्रों के द्वारा 10वीं के बाद आइटीआइ, पोलिटेक्निक जैसे अन्य डिप्लोमा कोर्सेस का चयन कर लिया जाता है, इसके चलते भी छात्रों की संख्या में काफी असर पड़ सकता है।

निश्चित ही संख्या में फर्क आया है और छात्रों की स्थिति का आंकलन ऐसे में जरूरी है। छात्र रेगुलर से कम हुए हैं या प्राइवेट से यह भी देखना होगा। इस मामले की गंभीरता से समीक्षा की जाएगी।

अजय कटियार, डीईओ

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.