भोपाल। प्रदेश में वर्ष 2022 की तुलना में 2023 में माफिया के विरुद्ध पुलिस का डंडा खूब चला। भू-माफिया हो या रेत माफिया सभी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हुई। शराब माफिया, खनन माफिया, चिटफंड माफिया और अवैध हथियार का कारोबार करने वालों की कमर तोड़ने में भी पुलिस पीछे नहीं रही। पूरे प्रदेश में भू-माफिया के विरुद्ध 52 प्रकरण दर्ज किए गए। इनमें सात आरोपितों की गिरफ्तारी हुई। 10 को जिलाबदर किया गया।
इसी प्रकार रेत माफिया के विरुद्ध 1,565 अपराध पंजीबद्ध किए गए। इसमें 1007 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। 1599 चार पहिया वाहन जब्त किए गए। चिटफंड कंपनियों के विरुद्ध 42 एफआइआर प्रदेशभर में हुईं, जिसमें 88 आरोपित गिरफ्तार किए गए। 785 से अधिक निवेशकों को 2.54 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वापस दिलाई।
अपराध में आई कमी
प्रदेश में कुल अपराध में 0.41 प्रतिशत की कमी आई है। गंभीर अपराध जैसे-हत्या में 10.90 प्रतिशत, हत्या के प्रयास में 10.24 प्रतिशत, डकैती में 26.47 प्रतिशत और नकबजनी में भी 8.71 प्रतिशत कम हुई है। नाबालिगों के विरुद्ध घटित अपराध (पाक्सो एक्ट) में 13.93 प्रतिशत घटे हैं। अनुसूचित जाति (अजा) के विरुद्ध अपराधों में 4.12 प्रतिशत और अनुसूचित जनजाति (अजजा) के विरुद्ध घटित अपराधों में 13.81 प्रतिशत की कमी आई।
19 लाख लीटर शराब जब्त
राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में नशामुक्ति अभियान चलाया। अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर दबिश देकर एक लाख 31 हजार से अधिक प्रकरण दर्ज किए गए। एक लाख 35 हजार 46 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से 19.35 लाख लीटर देशी एवं विदेशी शराब जब्त की गई। 29 पर रासुका लगाई गई। 345 आरोपितों को जिलाबदर किया गया, जबकि एक हजार 727 वाहन जब्त और 268 राजसात किए गए। 14 हजार से अधिक अवैध हथियार बरामद किए, जिसमें 3100 से अधिक फायर आर्म्स तथा 48 फायर आर्म्स के कारखाने पकड़े गए।
यह उपलब्धियां भी रहीं
- दो महिला नक्सलियों सहित चार हार्डकोर नक्सलियों को धराशायी किया गया। इन पर 14-14 लाख रुपये का इनाम था।
- एटीएस, मध्य प्रदेश ने कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के 16 सदस्यों को गिरफ्तार किया।
- ध्वनि विस्तारक यंत्रों के अनियंत्रित व नियमविरुद्ध उपयोग के चलते 23 हजार 500 लाउड स्पीकरों को हटाया गया।
- आपरेशन मुस्कान एवं अन्य विशेष प्रयासों से वर्ष 2023 (नवंबर तक) में 11609 बालक एवं बालिकाओं को खोजा। बरामदगी का प्रतिशत 98 रहा।
- प्रदेश के 1159 थानों एवं 500 पुलिस चौकियों में सीसीटीवी कैमरे लगाए।
- चिह्नित अपराधों में 1185 प्रकरणों का न्यायालय से निराकरण हुआ, जिनमें 882 में दोष सिद्धि हुई।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.