भोपाल। सोमवार से मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव आना शुरू हो गया है। मंगलवार से पारे में और गिरावट शुरू हो जाएगी और ठंड बढ़ने लगेगी। वहीं, दो नवंबर तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ आने का अनुमान है, इससे ठंड और बढ़ेगी। उत्तर भारत में हो रहे मौसम में बदलाव के कारण वहां से कुछ नमी प्रदेश में आएगी, इससे कुछ स्थानों पर बादल छाने के साथ बूंदाबांदी होने के भी आसार हैं।
प्रदेश में सोमवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान पचमढ़ी में 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, मैदानी इलाकों में सबसे कम न्यूनतम तापमान उमरिया में 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में धीरे-धीरे सर्दी अपने पैर जमा रही है। प्रदेश में सोमवार को 10 जिले ऐसे रहे, जहां तापमान 15 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया।
हालांकि, अधिकतम तापमान में न ही कोई बढ़त दर्ज हुई, न ही कहीं बड़ी गिरावट आई। अधिकांश जिलों का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर ही रहा। इस कारण दिन में गर्मी का एहसास भी हुआ। रात में तापमान गिरने और दिन में तापमान के ऊंचे स्तर पर बने रहने के चलते दिन और रात के तापमान में बड़ा अंतर दर्ज किया जा रहा है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी कुछ दिनों तक मौसम में इसी तरह का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। अधिकतम तापमान भी स्थिर तो न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आ सकती है। नवंबर महीने की शुरुआत में प्रदेश के कई जिलों का तापमान 12 डिग्री सेल्सियस के नीचे भी आने के आसार हैं।
किस जिले में कितना तापमान
सोमवार को उमरिया जिले में सबसे कम 13.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। राजगढ़ में 13.6, नौगांव में 13.4, रीवा में 14.2, मलाजखंड में 13.4, जबलपुर में 14, बैतूल में 15.4, भोपाल में 15.2, ग्वालियर में 15.8, इंदौर में 17.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं, सबसे अधिक तापमान गुना में 34.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। भोपाल में 32.3, ग्वालियर में 34.6, इंदौर में 31.4, जबलपुर में 31.3 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज हुआ। प्रदेश के अधिकांश जिलों का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर ही रहा।
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