जबलपुर। महाकोशल में दमखम की पार्टी कही जाने वाली गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) के कई नेताओं को भाजपा की विचारधारा रास आ रही है। भाजपा ने आदिवासी अंचल की सीटों पर ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं जिनकी पृष्ठभूमि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से जुड़ी रही है। वह वर्तमान में भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
अमरवाड़ा सीट से मोनिका को टिकट
छिंदवाड़ा की अमरवाड़ा सीट से मोनिका बट्टी को भाजपा ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। मोनिका के पिता मनमोहन शाह बट्टी अमरवाड़ा से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से विधायक रह चुके हैं। वहीं डिंडौरी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रत्याशी पंकज तेकाम की पारिवारिक पृष्ठभूमि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से जुड़ी है।
उनके पिता गिरवर सिंह तेकाम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक रहे हैं। वह गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से लंबे समय से जुड़े रहे। पेशे से शिक्षक रहे गिरवर सिंह की कर्मचारियों के बीच भी अच्छी पैठ है। भारतीय गोंडवाना पार्टी की पूर्व अध्यक्ष मोनिका वट्टी को भाजपा ने अमरवाड़ा से प्रत्याशी बनाया है। मोनिका आदिवासी समाज में अच्छी पकड़ रखती हैं।
बसपा का गोंगपा के साथ चुनावी गठबंधन
इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने गोंगपा के साथ चुनावी गठबंधन किया है। गोंगपा महाकोशल-विंध्य की कई सीटों पर पिछले चुनावों में भाजपा और कांग्रेस को नुकसान पहुंचाती रही है। विध्य के मई क्षेत्र उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे हैं जहां बसपा का भी वोटबैंक है। शायद इसी लिए बसपा ने गोंगपा का साथ लिया है। जिससे उसे सीमावर्ती सीटों के साथ ही महाकोशल में भी जमीन बनाने का मौका मिल सके।
2003 में जीते थे तीन विधायक
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने 2003 के विधानसभा चुनावों में तीन सीटों पर सफलता प्राप्त की थी। गोंगपा को आदिवासी बेल्ट में समर्थन मिलता रहा है। यह पार्टी बहुत पुरानी भी नहीं है। पार्टी की स्थापना 1991 में हीरा सिंह मरकाम ने की थी। स्थापना के बाद पार्टी अधिक समय तक एकजुट नहीं रह पाई। यही कारण है कि बाद के दिनों में पार्टी को अपेक्षित राजनीति सफलता नहीं मिल पाई। गोंगपा कई बार विभाजन का शिकार हो चुकी है। पूर्व में अलग हो चुके बट्टी गुट की अध्यक्ष मोनिका थीं जो अब भगवा चोला में नजर आ रही हैं। मोनिका के सहारे भाजपा गोंगपा की पृष्ठभूमि के कई अन्य बड़े चेहरों के संपर्क में है।
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