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हरसिंगार की जड़ से करें ये उपाय, दूर होगी विवाह में आ रही बाधा

हिंदू धर्म में विवाह संस्कार को काफी अहम बताया गया है, जिसके जरिए कोई भी जातक गृहस्थ आश्रम में प्रवेश करता है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिनकी शादी में काफी बाधा आती है और विवाह देर से होता है। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, विवाह में देरी होने के लिए ग्रह नक्षत्रों को दशा उत्तरदायी होती है और ज्योतिष में इसके निवारण के लिए भी कई उपाय बताए गए हैं।

  • यदि विवाह में विलंब होता है तो रामचरित मानस की इस चौपाई की एक तुलसी माला का पाठ 41 दिनों तक करना चाहिए।

‘‘सुनिसिय सत्य असीस हमारी। पूजहिं मन कामना तिहारी।।

  • हर मंगलवार को यदि कन्या सुबह उठते ही चींटियों को चीनी, तिल एवं चावल मिलाकर खिलाएं तो जल्द ही विवाह के योग बनते हैं।
  • रोज गाय को हरा चारा खिलाने भी शुभ होता है। रोज सुबह गौ पूजन करके हरा चारा खिलाना चाहिए।
  • कच्चे दूध से यदि शिवलिंग का अभिषेक करते हुए ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हैं और मंदिर के प्रांगण में अनार का पेड़ लगाते हैं तो विवाह के योग बनते हैं।
  • यदि किसी व्यक्ति का वैवाहिक संबंध तय होने के बाद टूट जाता है तो शुक्ल पक्ष के हर गुरुवार को पानी में हल्दी मिलाकर नहाना चाहिए और ‘‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’’ मंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही केसर तिलक भी लगाना चाहिए।
  • हरसिंगार की जड़ या फूल को पूर्णिमा की रात विवाह योग्य पुत्र-पुत्री के ऊपर से 21 दिन तक 3 बार उतार कर तुलसी के पौधे के नीचे दबा देना चाहिए। ऐसा करने से विवाह में आ रही बाधा दूर हो जाती है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

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