उज्जैन। पुलिस विभाग के डाग स्क्वाड में पदस्थ डाग डाली का मंगलवार को निधन हो गया। वह कई दिनों से हृदय रोग से पीड़ित थी। उज्जैन तथा इंदौर में दो माह से डाली का उपचार चल रहा था। डाली ने कई चोरियों, मर्डर व अपराधों का पर्दाफाश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा, एएसपी जयंत राठौर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पुलिस डाग को श्रद्धांजलि अर्पित की। पुलिस लाइन में डाली को सलामी दी गई व मौन रखा गया। इसके बाद पुलिस लाइन परिसर में दफनाया गया।
गौरतलब है कि डाली का जन्म जुलाई 2016 में हुआ था। दिसंबर 2016 में पुलिस विभाग में आई थी। हैदराबाद में ट्रेनिंग के बाद वर्ष 2018 में उज्जैन जिला पुलिस बल में पदस्थ किया गया था।
डीपीएफ घोटाले के पीड़ितों ने रोका जेल डीजी का वाहन
केंद्रीय जेल भैरवगढ़ का निरीक्षण करने जेल डीजी (महानिदेशक) राजेश चावला मंगलवार को पहुंचे। यहां उन्होंने करीब दो घंटे तक जांच की और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निर्देश दिए। जेल के बाहर डीपीएफ (विभागीय भविष्य निधि) घोटाले के पीड़ित जेलकर्मियों ने उन्हें रोक लिया और जल्द ही रुपये दिलाने की मांग की। इस दौरान डीजी ने सभी को आश्वासन दिया।
जेल डीजी राजेश चावला मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे उज्जैन पहुंचे। सबसे पहले वे केंद्रीय जेल भैरवगढ़ का निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीजी ने जेल के सभी विभागों का बारीकी से निरीक्षण किया था। खासतौर पर कैदियों की बैरक, खाने की व्यवस्था भी देखी। हालांकि इस दौरान डीजी ने जेल अधीक्षक मनोज साहू को जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर खास ध्यान देने को कहा। डीजी ने अधीक्षक साहू से जेल से कोई बंदी फरार ना हो इसके लिए सतर्क रहने को कहा।
गबन कांड के पीड़ितों ने रोका वाहन
जेल के 68 कर्मचारियों के डीपीएफ के 13 करोड रुपये के गबन का मामला मार्च में सामने आया था। कोषालय के अधिकारियों ने इसकी शिकायत की थी। इसके बाद पुलिस ने जांच कर जेल अधीक्षक उषा राज, उनकी पुत्री उत्कर्षणी, जेल प्रहरी रिपुदमन, जेल अधीक्षक का राजदार जगदीश परमार सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया था।
कर्मचारियों के विरोध को देखते हुए शासन ने सभी कर्मचारियों के रुपये देने बात कही थी। मगर आठ माह बाद भी रुपये नहीं मिले है। इसको लेकर मंगलवार को जेल डीजी के उज्जैन आगमन पर कर्मचारियों ने उनका वाहन रोककर जल्द रुपये दिलाने की मांग की। इस पर डीजी ने उनकी समस्या का जल्द निराकरण का आश्वासन दिया है।
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