Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के फैसले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज।

गोसलपुर में बरने नदी के किनारे खदान धंसकी, मंदिर निर्माण के लिए ले जा रहे थे रेत

जबलपुर। गोसलपुर के कटरा रमखिरिया के बरनू नदी के किनारे बुधवार को रेत खदान धसकने से तीन लोगों की दबकर मौत हो गई। इस हादसे में रेत और मिट्टी में दबकर मरने वालों में मां-बेटे समेत तीन लोग है। वहीं तीन गंभीर रूप से जख्मी हो गए। हादसा उस वक्त हुआ, जब एक ही परिवार के यह सभी लोग वहां रेत निकाल रहे थे। पुलिस द्वारा दावा किया जा रहा है कि मंदिर निर्माण के लिए रेत की निकासी हो रही थी। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार के कहने पर रेत की खोदी जा रही थी। पुलिस ने मामले को जांच में ले लिया है।

सुबह 11 बजे हुए हादसा

 

गोसलपुर पुलिस ने बताया कि गोसलपुर के कटरा रमखिरिया में बरने नदी है। नदी के सूख जाने पर वहां रेत जमा हो जाती है। जिसका टीला बन जाता है। सुबह कटरा निवासी मुन्नीबाई (52) समेत उसका बेटा मुकेश (29) व परिवार की ही खुशबू (25), सावित्री (35), चांदनी (20) और राजकुमार खटीक वहां पहुंचे। सभी टीले की खुदाई कर मिट़्टी निकाल रहे थे। एकाएक खदान के ऊपर का हिस्सा भरभराकर उन पर जा गिरा। यह देख वहां चीख पुकार मच गई।

 

जेसीबी से खोजबीन-

हादसे के बाद दबने वालों की आवाज सुनकर आसपास मौजूद लोग वहां पहुंचे। खुशबू, सावित्री और चांदनी को तो जैसे-तैसे निकाल लिया, लेकिन मुन्नीबाई, मुकेश और राजकुमार रेत में नीचे दब गए। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जेसीबी को बुलाया गया। जिसके बाद रेत को हटाने का काम शुरू किया गया। रेत हटी, तो लगभग पांच से आठ फीट नीचे मुन्नीबाई, मुकेश और राजकुमार मिट्टी में दबे मिले।

 

अस्पताल में घोषित किया मृत

 

छहों को 108 एम्बुलेंस से सीधे सिहोरा अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने परीक्षण उपरांत मुन्नीबाई, मुकेश और राजकुमार को मृत घोषित कर दिया। वहीं अन्य तीन को इलाज के लिए भर्ती कर लिया गया। पुलिस ने शवों का पीएम कराने के बाद स्वजन को सौंप दिया। जांच की जा रही है।

 

धार्मिक स्थल निर्माण के लिए खुदाई

 

घटना में मृत हुए राजकुमार के भाई धर्मेन्द्र और जितेन्द्र से पुलिस ने घटना के सम्बंध में पूछताछ की, तो दोनों ने बताया कि गांव में धार्मिक स्थल का निर्माण किया जा रहा है। उसी में रेत लगनी थी। इसलिए राजकुमार समेत अन्य कुदाल और फावड़ा लेकर बरनू नदी की मेड़ के नीचे से रेत निकाल रहे थे। तभी हादसा हुआ।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.