Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज। देश की पहली दुनिया की 5वीं नाइट सफारी विकसित हो रही, प्रदेश वासियों को नाइट सफारी की मिलेगी सौगात,जा...

दो जंगली जानवर भेड़ के बाड़े में घुसे, 20 भेड़ों को मारा

सबलगढ़। सबलगढ़ क्षेत्र के नंदपुरा गांव में रविवार की देर रात को दो जंगली जानवर एक भेड़ों के बाड़े में जा घुसे। जिससे जानवरों ने 19 भेड़ों को मार डाला। बाड़े में 60 भेड़ थी, जिसमें से महज 30 ही बाकी है, 10 के करीब भेड़ भी लापता हो गई थी। रात के समय परिवार ने आवाज सुनकर जानवरों को भगाया तो लोगों पर भी हमला किया।

जिससे परिवार भाग गया। ग्रामीणों के मुताबिक यह हमला लकड़बग्घा का था। सुबह होने पर वन विभाग को सूचना दी गई। जानकारी के मुताबिक ग्राम पंचायत मांगरोल के पाटई वाले हनुमान मंदिर के पास बसे नंदपुरा गांव में 35 से अधिक परिवार निवास करते हैं। जहां 10 से अधिक परिवार पशुपालन में भेड़, बकरी और भैंस पालते हैं।

रविवार की रात ढाई बजे 60 से अधिक भेड़ वाले बाड़े में जंगली जानवर लकड़बग्घा ने हमला कर दिया। जिसमें मुंशी बघेल की 20 भेड़ मर गई। 10 से अधिक भेड़ लापता है। केवल 30 भेड़ ही बाकी बची हैं। मुंशी बघेल के अनुसार उसका 200000 से अधिक का नुकसान हो गया। उसके पास परिवार के पालने के लिए एकमात्र भेड़ पालन ही व्यवसाय था।

अब उसके सामने परिवार पालने और पेट भरने की समस्या उत्पन्न हो गई है। मुंशी बघेल के अनुसार पिछले कई वर्षों में पहली बार हमारी भेड़ों पर हमला हुआ है। दो जंगली जानवर रात को देखे गए थे, हमने उनको भगाने का प्रयास किया तो हम पर भी हमला करने वाले थे, लेकिन हम बच गए।

खेतों में जंगली जानवर के पैरों के निशान दिखाई दे रहे हैं। वन विभाग को इसकी सूचना दी। जो सुबह तक नहीं पहुंचे थे। जानवरों के हमले में अन्य पशु पालकों में भी अब डर बैठ गया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.