जिससे भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के होश उड़े हुए हैं। सबसे पहले युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्व. नंदकुमार सिंह चौहान के पुत्र हर्षवर्धन सिंह चौहान ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नाम अपना इस्तीफा भेजा।
इसके बाद युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश पाटीदार, नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष मनोज तारवाला, भाजपा जिला मंत्री प्रवीण शहाणे, जिला प्रभारी पिछड़ा वर्ग मोर्चा व पूर्व जनपद अध्यक्ष किशोर पाटिल, भाजपा जिला मंत्री सौरभ पाटिल और पूर्व जनपद अध्यक्ष काशीनाथ महाजन ने अपना इस्तीफा सौंपा है।
सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा सौंपने का कारण प्रत्याशी चयन में वरिष्ठ नेताओं द्वारा गलती करना बताया है। पदाधिकारियों ने कहा है कि उचित मंच पर विरोध दर्ज कराने के बावजूद निर्णय नहीं बदला गया है। इसलिए वे पार्टी और प्रत्याशी के पक्ष में काम कर पाने में असमर्थ हैं।
निष्कासन के लिए होनी थी बैठक
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को नाम वापसी का अंतिम दिन था। भाजपा जिलाध्यक्ष ने संकेत दिए थे कि यदि अंतिम समय सीमा तक बागी अपना नामांकन वापस नहीं लेते और बागियों का समर्थन कर रहे भाजपा नेता वापस नहीं लौटते तो ऐसे पदाधिकारियों के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई की जाएगी।
इसे लेकर भाजपा कार्यालय में शाम को बैठक भी होनी थी। इस बैठक से पहले ही पदाधिकारियों ने अपने इस्तीफे सौंप कर पार्टी नेतृत्व को यह बताने का प्रयास किया है, कि अब वे किसी भी सूरत में अपने कदम पीछे नहीं खींचेंगे।
स्व. नंदूभैया के पुत्र हर्षवर्धन सिंह को जिताने के लिए काम करेंगे। इस संबंध में हमने भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज लधवे का पक्ष जानने का प्रयास भी किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.