इंदौर। सभी डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का अटैचमेंट रद करने के आदेश का पालन नहीं होने से नाराज इंदौर कलेक्टर इलैया राजा टी ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डा. बीएस सैत्या को कारण बताओ नोटिस जारी करने और उनका सात दिन का वेतन काटने के आदेश दिए हैं। कलेक्टर ने मरीजों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के किसी भी अन्य विभाग या किसी भी कार्यालय में सभी अटैचमेंट को तत्काल प्रभाव से रद करने का आदेश दिया था, लेकिन सीएमएचओ ने पालन नहीं किया।
हाल ही में एक बैठक के दौरान इंदौर कलेक्टर ने सीएमएचओ से अटैचमेंट तुरंत रद करने और उन्हें इसके लिए प्रमाण पत्र भी जारी करने को कहा था। इस बीच, सीएमएचओ डा. सैत्या ने कहा था कि वे तत्काल प्रभाव से अटैचमेंट रद कर रहे हैं। बता दें कि डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ सहित लगभग 15-20 स्टाफ सदस्य हैं, जिन्हें विभिन्न कारणों से विभिन्न विभागों से जोड़ा जा रहा है। मामले में डा. सैत्या का कहना है कि हमने उनके अटैचमेंट रद कर दिए हैं।
डाक्टरों की सुविधाओं के हिसाब से किया अटैच
सूत्रों के अनुसार, सीएमएचओ ने डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ का अटैचमेंट सुविधाओं के हिसाब से किया है। कई स्टाफ को उनके घर के पास तो किसी को जहां ज्यादा काम नहीं रहता वहां अटैच किया हुआ है। इससे अस्पतालों में कई बार मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं यह बात भी सामने आ रही है कि कर्मचारियों को कुछ प्रमुख लोगों या जन प्रतिनिधियों के घरों सहित विभिन्न स्थानों पर लगाया गया है।
हर बैठक में सीएमएचओ को लगती है फटकार
कलेक्टर कार्यालय में होने वाली सभी बैठकों में सीएमएचओ डा. सैत्या को फटकार लगाई जाती है, क्योंकि कई बार वे कलेक्टर के आदेश का भी पालन नहीं करते हैं। स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली भी इसके चलते शक के घेरे में आती है। कई बार सीएम हेल्पलाइन की शिकायत, पीड़ितों की मदद न करने को लेकर भी फटकार लगाई जा चुकी है। कई बार सीएमएचओ को कारण बताओ नोटिस भी मिल चुके हैं।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.