इंदौर: इंदौर में अतिक्रमण हटाने गई निगम की टीम को भाजपा विधायक उषा ठाकुर ने मौके से लौटा दिया। मामले को लेकर कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने भाजपा को निशाने पर लिया है। उन्होंने यह बेहद शर्मनाक है। घटना की जिम्मेदारी इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव को लेना चाहिए और उन्हें शहर की जनता को बताना चाहिए की निगम ने वापस लौटने का फैसला क्यों लिया।
दरअसल, इंदौर के एरोड्रम क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने गई नगर निगम टीम के साथ विरोध कर रहे रहवासियों का बवाल हो गया। इस दौरान मौके पर पहुंची विधायक उषा ठाकुर ने भवन अधिकारी को मार डालने की धमकी दे डाली। रहवासियों का आरोप है कि क्षेत्रीय पार्षद अश्विनी शुक्ला ने एक एक घर के मालिक से 5-5 लाख रुपए मांगे हैं। इसके बाद वहां विवाद की स्थिति बन गई।
विधायक उषा ठाकुर ने भवन अधिकारी को कहा कि यहां से नहीं गए तो मरोगे। भवन अधिकारी देवकीनंदन से कहा जिन्होंने तुम्हें भेजा है उनका कुछ नहीं बिगड़ेगा। सूत्रों के मुताबिक कॉलोनी विधायक ऊषा ठाकुर के करीबी की है।
वहीं जनता भवन अधिकारी को मारने तक दौड़ पड़ी। मौके पर खड़ी पुलिस नजरा देखती रह गई। वहीं मंत्री ऊषा ठाकुर अवैध निर्माण हटाने से नाराज नजर आई। इसके बाद नगर निगम टीम बेरंग लौट गई।
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