इंदौर। तकनीकी शिक्षा-कौशल विकास रोजगार विभाग के अंतर्गत विभिन्न रिक्त पदों पर मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने सितंबर में भर्ती परीक्षा करवाई थी। आइटीआइ में प्राचार्य, उप संचालक, सहायक संचालक पदों पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। अक्टूबर में आयोग ने प्रश्नों के गलत जवाब को सुधारकर दूसरी माडल आंसरशीट अपलोड कर दी है। अब आयोग अभ्यर्थियों का मूल्यांकन करवाने में लगा है। संभवत: दिसंबर तक परिणाण घोषित किया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक, फिर साक्षात्कार करवाए जाएंगे, जिसमें तीन से चार महीनों का समय लग सकता है।
आयोग ने मार्च में विभिन्न पदों पर विज्ञापन जारी किया था, जिसमें आइटीआइ प्राचार्य (29), उप संचालक (8), प्राचार्य द्वितीय श्रेणी (96) और सहायक संचालक (48) पद थे। दस सितंबर को परीक्षा करवाई गई, जिसमें 15 हजार से अधिक आवेदक थे। चार दिन बाद आयोग ने 14 सितंबर को पहली माडल आंसरशीट अपलोड की गई। कई प्रश्नों के जवाब को अभ्यर्थियों ने गलत बताया। आपत्ति का निराकरण करते हुए 19 अक्टूबर को आयोग ने प्रश्नों के जवाब सुधारकर दूसरी आंसरशीट वेबसाइट पर जारी की।
वायरल मैसेजों पर ध्यान न दें
अभ्यर्थियों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से इंटरनेट मीडिया पर परीक्षा के मूल्यांकन को लेकर मैसेज वायरल हो रहे है, जिसमें किसी अभ्यर्थियों को -24 तो किसी को -26 अंक आना बताया है। अब अभ्यर्थियों की चिंताएं बढ़ गई है और वे परेशान है। वहीं, आयोग के मुताबिक मूल्यांकन पूरा नहीं हुआ है। इस प्रकार के संदेशों में कोई सच्चाई नहीं है। वैसे दिसंबर-जनवरी के बीच रिजल्ट घोषित किया जाएगा। उसके बाद चयनित उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा।
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