Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के फैसले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज।

आखिर आर्यन को किसने मारा… क्या निजी दुश्मनी के लिए किया गया गौरक्षकों का इस्तेमाल?

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में आर्यन हत्याकांड बुरी तरह से उलझ चुका है. इस वारदात के 13 दिन गुजर चुके हैं, लेकिन अभी भी उन सवालों के जवाब नहीं मिले हैं जो पहले दिन से उठ रहे हैं. मसलन, आखिर आर्यन को किसने मारा? आर्यन को ही क्यों मारा? जब पहली गोली में ही मौत हो गई थी तो दूसरी गोली चलाने की जरूरत क्या थी? इस वारदात में गाड़ी में बैठे किसी और व्यक्ति को एक खरोंच भी क्यों नहीं आई? क्या वारदात के पीछे निजी दुश्मनी है और इसे कथित तौर पर गो-तस्करी का रुप देने की कोशिश हो रही है?

इन सभी सवालों को पुलिस से पूछकर थक चुके आर्यन के पिता ने जेल में आरोपियों से मुलाकात की. यही सवाल उनसे भी पूछे, लेकिन आरोपी खामोश रहे. हम यहां इन्हीं सवालों को नए सिरे से टटोलने की कोशिश करेंगे. आर्यन मिश्रा के पिता सियानंद मिश्रा यहां किराए के घर में रह रहे थे. उन्होंने बताया कि मकान मालिक को उन्होंने 4 लाख 15 हजार रुपये उधार दिए थे. उनके बेटे आर्यन ने भी उन्हें 25 हजार रुपये उधार दिए थे. वह बीते छह महीने से अपने पैसे मांग रहे थे. उन्होंने आशंका जताई कि मकान मालिक ने ही उधारी चुकाने से बचाने के लिए आर्यन की हत्या कराई हो सकती है.

पांच लोग बैठे थे गाड़ी में

इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि रात के एक बज रहे थे, उस समय मकान मालिक के बेटे हर्षित ने आर्यन को फोन किया और मैगी खाने चलने को कहा. गाड़ी खुद हर्षित चला रहा रहा था, जबकि उसका अपराधी भाई शैंकी, जिसके ऊपर हथियारों की स्मगलिंग और हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है, पुलिस उसकी तलाश भी कर रही है, वह अपनी मां और एक अन्य महिला के साथ पीछे बैठा. इसके बाद सेक्टर 21 बी में कथित गो-रक्षकों ने इनकी गाड़ी को हाथ दिया तो हर्षित गाड़ी भगाकर पलवल की ओर ले गया.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.