आयुष्मान कार्ड के फर्जी कार्ड बनाने वाले चार आरोपित गिरफ्तार खातों में जमा 15 लाख की राशि भी फ्रिज कराई
भोपाल। क्राइम ब्रांच ने पिछले छह माह से फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले मामले की जांच कर रही है। इस गिरोह के आरोपितों की गिरफ्तारी की संख्या अब आठ के करीब पहुंच चुकी है। इसमें पिछले छह माह में चार और मंगलवार को फरार चार और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें एक आरोपित राजस्थान सीमा से पकड़ा गया है। बाकी आरोपित रेहटी सीहोर से पुलिस ने गिरफ्तार किए है। यह पूरा गिरोह प्रदेश की स्वास्थ्य को लेकर बनी लाभकारी योजना आयुष्मान योजना के फर्जी कार्ड बना रहे थे। आरोपितों के खातों में 15 लाख की राशि जमा मिली, उसे पुलिस ने बैंक में ही फ्रिज करवा दिया गया है। क्राइम ब्रांच के मुताबिक 28 फरवरी 2023 को डा आदर्श महेश शुक्ला महाप्रबंधक विधि आुष्मान भारत निरामय द्वारा क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी। पूर्व जिला समन्वयक अनुराग श्रीवास्तव की लाग इन आडी का दुरूपयोग कर अपात्रों लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए है। इन फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाने लोगों ने इसका लाभ लेकर शासन को आर्थिक हानी पहुंचाई। इस पर क्राइम ब्रांच ने जांच की और धोखाधड़ी की धाराओं में एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच शुरु की। सबसे पहले गिरफ्तारी पुलिस शिवपुरी जिले का रहने वाला अनुराग श्रीवास्तव ,प्रकाश पंथी , विकास दुबे और राहत खान गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।उनके अन्य साथियों की तलाश जारी है, उसी क्रम में बाकी साथी मंगलवार को गिरफ्तार किए गए।
भरत पटेल के साथ मिलकर बनाए थे साढ़े चार सौ कार्ड
क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि पूर्व में गिरफ्तार विकास दुबे ने फरार आरोपित भरत पटेल के साथ मिलकर करीब साढ़े चार सौ आयुष्मान के कार्ड बनवाए हैे।इस पर क्राइम ब्रांच ने करीब दस दिन तक कार्रवाई कर फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह के लोगों को गिरफ्तार किया।शुक्रवार को सागर निवासी भरत पटेल, सीहोर निवासी कैशव चौहान, रेहटी सागर निवासी हितेश आसवनी और रेहटी सागर आरिफ खान को गिरफ्तार कर लिया गया है।यह चारों आरोपित नौवीं कक्षा से स्नातक तक पढ़े हैं और इस फर्जीवाड़े में शामिल थे। क्राइम ब्रांच दावा कर रही है कि आने वाले समय और राजफाश होंगे।
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