बेगमबाग रोड वाली जगह बने नीलकंठ द्वार, नीलकंठ वन, महाकाल मैदान पर बनाए हाकर्स जोन सह बेसमेंट पार्किंग, त्रिवेणी कला संग्रहालय के सामने बनाए महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र, शक्ति पथ (आर-22 त्रिवेणी संग्रहालय से हरसिद्धि मंदिर), गंगा पथ (नृसिंह घाट से शक्ति पथ), छोटा रुद्रसागर किनारे बनाए तपोवन, ध्यान कुटी, चिंतन वन, हेरिटेज धर्मशाला (पुराना महाराजवाड़ा भवन), अनुभूति वन, महाकालेश्वर मंदिर की पूर्व दिशा में बनाई टनल, आपातकालीन प्रवेश एवं निर्गम मार्ग, कोटितीर्थ कुंड, महाकालेश्वर मंदिर के आंतरिक विकास कार्यों सहित शिखर दर्शन योजना का लोकार्पण इस कार्यक्रम में किया जाएगा।
कार्यक्रम को लेकर शनिवार को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बैठक की। प्रचलित कार्यों को अंतिम रूप देते हुए उम्दा साफ-सफाई एवं आकर्षक लाइट लगाने, प्रस्तुति के लिए कलाकारों का चयन करने आदि व्यवस्था के निर्देश दिए। मालूम हो कि उज्जैन में रोजगार के अवसर और धार्मिक पर्यटन बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर परिसर को आठ गुना बड़ा और भव्य बनाया है।
गत वर्ष 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़ा रुद्रसागर किनारे 395 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों (भगवान शिव सहित अन्य देवी-देवताओं की विशाल मूर्तियों, नदी द्वार, पिनाकी द्वार, मानसरोवर भवन, महाकाल मंडपम्, त्रिवेणी मंडपम्, दीवारों पर उकेरे शैल चित्रों) का लोकार्पण किया था।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.