रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में गौरीकुंड के पास अचानक आई बाढ़ के कारण हुए भूस्खलन के बाद लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान शनिवार को भी जारी है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार के अनुसार, स्थानीय प्रशासन की एक टीम के साथ राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के 100 जवान तलाश अभियान में जुटे हुए हैं।
हालांकि रात में अंधेरे और बारिश के कारण तलाशी अभियान रोक दिया गया है जिसे शनिवार तड़के फिर शुरू कर दिया जाएगा। गौरीकुंड हादसे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पल-पल की खबर लेते रहे। उन्होंने राज्य आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष पहुंचकर घटना की जानकारी ली तथा अधिकारियों को तेजी से बचाव एवं राहत कार्य चलाने के निर्देश दिए।
अधिकारी ने कहा कि लापता लोगों को खोजने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खोज और बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए घटनास्थल का दौरा करने वाले हैं। रजवार ने कहा कि अब तक 3 शव मिले हैं और 17 लोग लापता हैं। हालांकि, जिला प्रशासन ने शुक्रवार को कहा था कि चार शव बरामद किए गए हैं।
बृहस्पतिवार और शुक्रवार की दरमियानी रात को केदारनाथ के रास्ते में गौरीकुंड के पास डाट पुलिया के निकट अचानक आई बाढ़ के बाद हुए भूस्खलन में 3 दुकानें बह गई थीं और 20 लोग लापता हो गए थे। जिस स्थान पर दुकानें थीं, उससे करीब 50 मीटर नीचे मंदाकिनी नदी बहती है।
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