संत हिरदाराम नगर। सिंधी समाज ने अपनी समृद्ध पर्व परंपरा का निर्माण करते हुए गुरुवार को तीजड़ी पर्व मनाया। करवा चौथ की तरह महिलाओं ने निर्जला उपवास रखा। सोलह श्रंगार कर मेहंदी लागे हाथों से झूला झूलने की रस्म अदा की।
यह भी पढ़ें-
यह पर्व मनाने की परंपरा समाज में बरसों से चली आ रही है। महिलाएं मेहंदी से सजे हाथों और सोलह श्रृंगार कर पूजा अर्चना पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। अविवाहित युवतियों ने अच्छा वर मिलने की प्रार्थना की। कुछ लोगों ने यह पर 21 अगस्त को मनाने की अपील की थी लेकिन संतराम नगर रोड राजधानी में अधिकतर स्थानों पर 22 अगस्त को ही पर्व मनाया जा रहा है।
पूजन की रस्म बरसों पुरानी
सावन, भादो की शुरूआत के बीच तीजड़ी पर्व मनाने की परंपरा सिंध से चली आ रही है। परंपरा के अनुसार महिलाओं ने मेहंदी से सजे हाथों से पूजन किया। प्रमुख ज्योतिर्विद पं. जयकुमार शर्मा के अनुसार झूला झूलने एवं कुल ब्राह्मण के यहां पूजन की रस्म बरसों पुरानी है। गिदवानी पार्क के निकट पं. शर्मा के दरबार में पूजा अर्चना का विशेष कार्यक्रम हुआ। तीज माता की पूजा की गई संत हिरदाराम नगर एवं राजधानी भोपाल में अनेक स्थानों पर कुल ब्राह्मण के महिलाओं ने पूजन की रस्म अदा की।
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.