प्रयागराज: बिहार सरकार की ओर से जातिगत जनगणना की रिपोर्ट जारी किए जाने के बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर ऐसी जनगणना के विरोधी नहीं हैं, लेकिन जो लोग इसके नाम पर वोट बैंक तैयार करने के ख्वाब देख रहे हैं, उनका ख्वाब मुंगेरी लाल का हसीन सपना बनकर रह जाएगा।
यहां संवाददाता सम्मेलन में मौर्य ने कहा, “ये विपक्षी दल जब सत्ता में थे तब उन्होंने गरीबों, पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए कुछ नहीं किया । अब सत्ता में आने के लिए वे ये सारे प्रयोग कर रहे हैं।” उपमुख्यमंत्री ने कहा, “सत्ता से बेदखल होने के बाद यह सारा प्रयोग सत्ता में आने के लिए है। भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हुए ये परिवारवादी राजनीतिक दल केवल एक सूत्री एजेंडा चला रहे हैं। अगर 2024 में तीसरी बार मोदी सरकार बन जाएगी तो इन लोगों के खिलाफ जो अभी जांच की प्रक्रिया चल रही है, वह पूरी हो जाएगी और सजा मिलने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।” वर्ष 2025 में यहां लगने वाले महाकुम्भ मेले की तैयारी को लेकर हुई समीक्षा बैठक की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि प्रयागराज में रिंग रोड के तीन चरण की निविदा की प्रक्रिया पूरी हो गई है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में अंत्येष्टि संस्कार के लिए दारागंज घाट, रसूलाबाद घाट, छतनाग घाट और अन्य घाटों में शवदाह सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके लिए एक समिति बनाई जाएगी जो इसकी कार्ययोजना तैयार करेगी। मौर्य ने कहा, “कुम्भ की परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही गंगा नदी के तट पर दशाश्वमेध घाट से सीडीए पेंशन तक ‘रीवरफ्रंट’ बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया गया है।”
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