उज्जैन। मौनतीर्थ आश्रम में धनत्रयोदशी व दीपावली पर कुबेर देवता का पूजन व यज्ञ होगा। श्रद्धालु आर्थिक प्रगति व व्यापार में उन्नति के लिए यज्ञ में शामिल हो सकते हैं। पर्व विशेष पर कुबेर देवता का अभिषेक पूजन व विशेष श्रृंगार भी किया जाएगा।
धन, वैभव, सुख, समृद्धि के देवता हैं कुबेर
आश्रम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी सुमनानंदगिरि महाराज ने बताया कुबेर को धन, वैभव, सुख, समृद्धि का देवता माना जाता है। परंपरागत तौर पर कुबेर की पूजा भारत में अच्छे व्यापार के लिए व्यापारी समुदाय विशेष रूप से करते हैं। भगवान कुबेर की पूजा विशेषकर दीवाली के दिन की जाती है।
रात में पूजा का विधान
इनकी पूजा रात में करने का विधान हैं। कुबेर धरती पर धन की रक्षा भी करते हैं। यह धन के देवता होने के साथ यक्षों के भी देवता हैं। पृथ्वी के भीतर छिपे खजाने की देख-रेख करने की जिम्मेदारी कुबेर पर ही है। इसलिए शहर,प्रदेश व देश में आर्थिक समृद्धि की कामना से मौनतीर्थ में धनतेरस व दीपावली पर भगवान कुबेर देवता का पूजन व यज्ञ किया जाएगा। आर्थिक समृद्धि तथा व्यापार में उन्नति की कामना रखने वाले श्रद्धालु यज्ञ में शामिल हो सकते हैं।
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