नैरोगेज में सफर कर साढ़े 14 साल पहले का वादा किया पूरा, मेमू ट्रेन से मुरैना पहुंचे केंद्रीय मंत्री तोमर
मुरैना। ग्वालियर और मुरैना के सुमावली के बीच ब्राडगेज ट्रैक पर सोमवार को मेमू ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने साढ़े 14 साल पहले इस रूट पर नैरोगेज ट्रेन में सफर कर लोगों से ब्राडगेज ट्रेन जल्द शुरू करवाने का वादा किया था।
वर्षों पुराना वादा पूरा
अब जब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, जौरा विधायक सूबेदार रजौधा सहित भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ मेमू ट्रेन मे बैठकर ग्वालियर से सुमावली पहुंचे तो वर्षों पुराना यह वादा पूरा हो गया।
तब किया था तोमर ने वादा
मार्च 2009 में जब नरेंद्र सिंह तोमर राज्यसभा सदस्य थे, तब उन्होंने तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा के साथ ग्वालियर से लेकर सुमावली तक नैरोगेज ट्रेन में सफर किया था।
इन स्टेशनों पर रुकी ट्रेन
करीब ढाई घंटे के इस सफर में केंद्रीय मंत्री बामौर गांव, अंबिकेश्वर और फिर सुमावली रेलवे स्टेशन पर रुके। इस दौरान रेलवे स्टेशनों पर सभा भी की और जल्द ही नैरोगेज की जगह ब्राडगेज लाइन चलाने का वादा किया था।
केस भी हुआ था दर्ज
रेलवे स्टेशनों पर सभा करने के मामले में तोमर व झा पर केस भी दर्ज हुआ और यह मामला कई साल रेलवे कोर्ट में चला। 24 फरवरी 2010 को तत्कालीन रेलमंत्री ममता बनर्जी ने नरेंद्र तोमर की मांग पर ग्वालियर-श्योपुर ब्राडगेज लाइन को मंजूरी दी, हालांकि कांग्रेस सरकार ने बजट न के बराकर रखा, इसलिए सालों तक ब्राडगेज लाइन का काम शुरू ही नहीं हो सका।
मोदी सरकार बनने के बाद प्रोजेक्ट के लिए बजट मिला
2014 में मोदी सरकार बनने के बाद प्रोजेक्ट के लिए बजट मिला और काम भी शुरू हो गया। सोमवार को ब्राडगेज ट्रैक पर केंद्रीय मंत्री तोमर मेमू ट्रेन की बोगी के दरवाजे पर खड़े होकर, लोगों का अभिवादन करते हुए बामौर गांव, अंबिकेश्वर और फिर सुमावली पहुंचे तो लोगों ने गांवों में ट्रेन पर फूल बरसाए तो केंद्रीय मंत्री तोमर को भी फूलमालाओं से लाद दिया।
सुमावली-बानमोर में सवा तीन साल बाद दिखी रेल
ग्वालियर से श्योपुर तक नैरोगेज ट्रेन चलती थी, जो कोरोना महामारी के प्रकोप के कारण 22 मार्च 2020 को बंद कर दी गई। इसके बाद नैरोगेज ट्रेन कभी चालू नहीं हुई और अगस्त 2021 में रेलवे ने इस ट्रेन को बंद करने का ऐलान कर दिया और कुछ माह बाद नैरोगेज की पटरियां भी उखाड़ दी गईं। 21 मार्च 2020 के बाद सुमावली, बानमोर व अंबिकेश्वर के ग्रामीणों ने ट्रेन के दीदार किए।
इनका कहना है
ग्वालियर से श्योपुर और श्योपुर से कोटा तक रेलमार्ग बने, हमारी यह अभिलाषा बहुत पुरानी है। 2009 में लोकसभा के चुनाव से पहले नैरोगज में सफर किया, लोगों से ब्राडगेज का वादा किया, उन्हें बड़ी रेल लाइन के लिए जागरूक किया। पहले नैरोगेज ट्रेन चलती थी, उससे भी बड़ा लाभ था, लेकिन सबके मन में यह था कि, यह ब्राडगेज लाइन हो जाए तो इस क्षेत्र में व्यापार-उद्योग बढ़ेगा, लोगों को आगवामन की सुविधा और बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने योजना के लिए भरपूर बजट दिया, इसके कारण कार्य पूर्व गति से हो सका। 5 अक्टूबर को श्योपुर के रेलेव स्टेशन का शिलान्यास होगा। जल्द ही सुमावली से सबलगढ़ तक ट्रेन शुरू हो जाएगी।
नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय कृषि मंत्री
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