जबलपुर। धान खरीदी में हो रही भारी अनियमितता के बाद किसानों ने प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। जिले के पाटन और मंझौली के किसानों ने शुक्रवार को वेयरहाउस के बाहर पड़ी धान के बारिश में गीले होने और अब तक इसे वेयरहाउस में न शिफ्ट किए जाने का जमकर विरोध हुआ।
सैकड़ों किसानों के भोजन की व्यवस्था की
पाटन तहसील मुख्यालय में किसान संघ के पदाधिकारी धरना स्थल पर आए और सैकड़ों किसानों के भोजन की व्यवस्था की। धरना स्थल पर किसानों द्वारा गकड़ भर्ता बनाया गया और किसानों के साथ साथ सुरक्षा में लगे पुलिस महकमे व प्रशासन को भी भोजन कराया। इस दौरान किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष ओमनारायण पचौरी, जिलाध्यक्ष मोहन तिवारी, उपाध्यक्ष दामोदर पटेल, विवेक बेहुरे, राजकुमार वाजपेई, सुनील पटेल आदि है।
अल्टीमेटम दिया था, बावजूद इसके प्रशासन इसमें नाकाम रहा
भारतीय किसान संघ ने बताया कि जिला प्रशासन को धान खरीदी के लिए अल्टीमेटम दिया था, बावजूद इसके प्रशासन इसमें नाकाम रहा। जिसके कारण जिले के किसानों ने पाटन व मंझोली के किसान तहसील मुख्यालय में धरना प्रदर्शन किया। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष मोहन तिवारी ने बताया कि धान खरीदी की व्यवस्था बनाने के लिए भारतीय किसान संघ ने 15 सूत्रीय मांगों के सुझाव जिला प्रशासन को दिए थे। जिन पर कार्रवाई करने में जिला प्रशासन नाकाम रहा है।
मौसम खराब है और किसानों की धान खुले में पड़ी है
धान खरीदी की गति बहुत धीमी चल रही है और धान का परिवहन व भंडारण भी नहीं हो रहा है। जिसके कारण जिले का धान उत्पादक किसान परेशान है। पाटन तहसील अध्यक्ष रामकृष्ण सोनी ने कहा है कि यदि किसानों की धान खरीदी की समस्या का समाधान नहीं होगा तो जबलपुर के किसान दो दिन बाद अपनी धान लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचेंगे। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। अपनों मांगों का ज्ञापन एस डी एम पाटन मानवेंद्र सिंह को किसानों से सौंपा।
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