Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के फैसले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज।

बंदर ने दूसरी कक्षा के बच्चे के हाथ-पैर पर नोचा, स्कूल संचालक पर केस दर्ज

इंदौर। निजी स्कूल की दूसरी कक्षा के बच्चे को बंदर ने नोच लिया। पुलिस ने स्कूल संचालक के विरुद्ध केस दर्ज किया। स्वजन का आरोप है कि बंदर संचालक द्वारा पाल रखा है। उसने खाने के लिए झपट्टा मारा और बच्चे की हथेली, अंगुलियां और कलाई पर बुरी तरह काट लिया।

घटना बाणगंगा थाना अंतर्गत आने वाले भवानी नगर की है। मगरखेड़ा निवासी ताराचंद परमार (मिस्त्री) ने ज्ञानगंगा स्कूल के संचालक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करवाई है। ताराचंद का 12 वर्षीय बेटा जयदीप स्कूल में दूसरी कक्षा में पढ़ता है। शुक्रवार सुबह करीब 10.30 बजे मध्यांतर में खाना खाने के लिए स्कूल की छत पर गया था। जयदीप ने जैसे ही लंच बाक्स खोला बंदर उस पर झपट पड़ा। उसने बच्चे को बुरी तरह नोचा।

ताराचंद के मुताबिक, बच्चे की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं है। वह बेहोश होकर गिर गया था। स्कूल प्रबंधन ने उसे घंटों बाद सूचना दी और गुमराह करने की कोशिश की। उससे कहा कि बच्चा गिरने से घायल हुआ है। छोटे बेटे राजदीप ने बताया कि जयदीप को बंदर ने काटा है। स्कूल के स्टाफ ने बताया कि जिस बंदर ने काटा उसे संचालक ने ही पाल रखा है। टीआइ लोकेशसिंह भदौरिया के मुताबिक आरोपित ने जीवजंतु को संभालने में लापरवाही की है। मामले में छह माह के कारावास या अर्थदंड का प्रावधान है।

स्कूल के शिक्षक रामराज्य सिंह के मुताबिक, करीब छह महीने पूर्व बंदर घायल अवस्था में मिला था। उसका उपचार करवाया और शनिवार-मंगलवार पूजा करने लगे। बच्चा बंदर के साथ खेलने की मंशा से चला गया था। स्कूल प्रबंधन ने ही उसका उपचार करवाया है। घटना के बाद विवाद की स्थिति न हो इसलिए पशु प्रेमी संस्था की सहायता से बंदर को वन विभाग के सुपुर्द कर दिया है।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.