इजराइल और हमास के बीच चौथे दिन भी युद्ध जारी है। अब तक इस लड़ाई में हजारों लोग जान गंवा चुके हैं। कई हजार लोग घायल हैं। अस्पतालों में घायलों का इलाज चल रहा है। इस बीच इजराइल की जनता बड़ी संख्या में ब्लड डोनेट करने के लिए सामने आई है। अस्पतालों के बाहर ब्लड डोनेट करने वालों की लाइन लगी है। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है। मारियो नवाफ़ल नाम के एक यूजर ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो शेयर किया है, “जिसमें देख सकते हैं कि इजराइल में एक अस्पताल के बाहर आम लोगों की ब्लड डोनेट करने के लिए लाइन लगी हुई है।“
गाजा में सभी सामानों की सप्लाई पर लगी रोक
इजराइल और हमास के बीच युद्ध में पिस रहे आम लोगों की मदद के लिए मानवाधिकार समूह परेशानी का सामना कर रहे हैं। साथ ही उन्हें इस समय सहायता अभियान चलाने के दौरान अपनी सुरक्षा की भी चिंता सता रही है। गाजा की नाकाबंदी बढ़ने से उनके प्रयासों में और भी मुश्किलें पैदा हो गई हैं। गाजा में शासित चरमपंथी समूह हमास ने शनिवार को इजराइल पर अचानक और भीषण हमले किए, जिसके बाद इजराइल ने गाजा में हवाई हमले किए और गाजा में भोजन, ईंधन और अन्य सामान की आपूर्ति पर रोग लगा दी। इजराइल के इस कदम ने संयुक्त राष्ट्र और 23 लाख की आबादी वाले गाजा में सक्रिय सहायता समूहों के बीच चिंता बढ़ा दी। अब भी गाजा में काम कर रहे ‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ क्षेत्र में पहले से ही मौजूद आपूर्ति पर निर्भर है क्योंकि नाकाबंदी के चलते नयी आपूर्ति पर रोक लगा दी गई है।
ब्रसेल्स में संगठन के एक अधिकारी इमैनुएल मस्सार्ट ने यह जानकारी दी। समूह ने कहा कि उसने गाजा शहर के उत्तर में स्थित जबालिया शरणार्थी शिविर पर हवाई हमले के बाद 50 से अधिक लोगों का इलाज किया है। मस्सार्ट ने कहा, “अगर और ईंधन उपलब्ध नहीं हुआ तो स्वास्थ्य सेवाएं बंद हो जाएंगी क्योंकि ऊर्जा के बिना हमारे स्वास्थ्य केंद्र का संचालन नहीं हो पाएगा” युद्ध ने गाजा में लोगों को भोजन और पानी जैसी चीजें प्रदान करने वाले ‘मर्सी कॉर्प्स’ नामक समूह के कामकाज में भी गहरा व्यवधान डाला है। संगठन के मध्य पूर्व क्षेत्रीय निदेशक अरनॉड क्वेमिन यह जानकारी दी।
जर्मनी-ऑस्ट्रेलिया ने रोकी मदद
क्वेमिन ने कहा, “इस समय जिस तरह से चीजें हो रही हैं उससे हम बहुत चिंतित हैं क्योंकि ऐसा लग रहा है कि यह बहुत जल्द और खराब होने वाला है।” उन्होंने कहा कि गाजा को सील करने से “मानवीय जरूरतें बहुत तेजी से पैदा होंगी।” लड़ाई तेज होते देख यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने सोमवार देर रात अपनी पुरानी घोषणा वापस ले ली, जिसमें कहा गया था कि वह फलस्तीनी अधिकारियों के लिए सहायता को “तुरंत” निलंबित कर रहा है। इसके बजाय, 27 देशों के समूह ने कहा कि वह इज़राइल पर हमास के हमलों के मद्देनजर प्रदान की जाने वाली सहायता की तत्काल समीक्षा करेगा।
दो यूरोपीय देशों – जर्मनी और ऑस्ट्रिया – ने कहा कि वे फलस्तीनी क्षेत्रों के लिए मदद रोक रहे हैं। इस बीच, कुछ संगठन इजराइल में सहायता प्रयास बढ़ा रहे हैं, जहां हिंसा के कारण विस्थापन देखा गया है। अमेरिकी महिला जायोनिस्ट संगठन ‘हदासा’ की सीईओ नाओमी एडलर ने कहा कि यरूशलम में संगठन के स्वामित्व वाला एक ट्रॉमा सेंटर घायल इजराइली सैनिकों और नागरिकों का इलाज कर रहा है। इसके अलावा अमेरिकन ज्यूइश जॉइंट डिस्ट्रीब्यूशन कमेटी भी इजराइल में आपातकालीन राहत प्रयासों में जुटी है।
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