भोपाल। शहर में प्रतिदिन सांस्कृतिक, सामाजिक, कलात्मक, खेल, धार्मिक आदि गतिविधियों का सिलसिला चलता रहता है। गुरुवार 24 अगस्त को भी शहर में अनेक ऐसी गतिविधियों का आयोजन होने जा रहा है, जिनका आप आनंद उठा सकते हैं। यहां हम कुछ ऐसे चुनींदा कार्यक्रमों की जानकारी पेश कर रहे हैं, जिसे पढ़कर आपको अपनी दिन की कार्ययोजना बनाने में आसानी होगी।
पूजन – गोविंदपुरा में स्थित पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। समय : सुबह 10 बजे।
चित्र प्रदर्शनी – मध्य प्रदेश जनजातीय संग्रहालय की लिखंदरा दीर्घा में गोंड समुदाय के चित्रकार यशवंत धुर्वे के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया गया है। 40वीं शलाका चित्र प्रदर्शनी अगस्त माह के अंत तक रहेगी। इसे सुबह 11 बजे से शाम सात बजे तक देखा जा सकता है।
माह का प्रादर्श – इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय के अंतरंग भवन वीथि संकुल में माह के प्रादर्श श्रृंखला के अंतर्गत अगस्त के प्रादर्श के रूप में ग्राम उप्पुण्दा, जिला- उडुपी, कर्नाटक के लोक समुदाय से संकलित लकड़ी पर बनी बाघ की मूर्ति ‘चिराटे’ को दर्शकों के अवलोकन हेतु प्रदर्शित किया गया है। मानव संग्रहालय में आप इसका अवलोकन सुबह 11 बजे से कर सकते हैं।
चित्र प्रदर्शनी – होटल ताज लेक फ्रंट में चित्रकार और पुरातत्ववेत्ता स्व सचिदा नागदेव द्वारा बनाए गए चित्रों की प्रदर्शनी रंगस्मृति का आयोजन किया जा रहा है। होटल के प्रथम तल में प्रदर्शनी को सुबह 11 बजे से रात नौ बजे तक देखा जा सकता है।
छायाचित्र प्रदर्शनी – मप्र राज्य संग्रहालय में संचालनालय पुरातत्व एवं अभिलेखागार द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। जंग-ए-आजादी का सफरनामा पर दुर्लभ अभिलेखों एवं छायाचित्रों को यहां देखा जा सकता है। समय सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक है।
सावन शिल्प मेला – गौहर महल में इन दिनों सावन शिल्प मेला चल रहा है। यहां से आप कई तरह के हाथ से निर्मित शिल्प एवं साड़ियां आदि खरीद सकते हैं। यह मेला 28 अगस्त तक चलेगा। इसे दोपहर 01 से रात 09 बजे तक देखा जा सकता है।
श्रावण मेला – भोपाल हाट परिसर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा श्रावण मेला का आयोजन किया जा रहा है।मप्र के विभिन्न जिलों केस्वसहायता समूह अपने उत्पाद यहां लेकर आए हैं। समय दोपहर एक बजे से रात नौ बजे तक है।
हिंडोला उत्सव – पुराने शहर के लखेरापुरा स्थित श्रीजी मंदिर में हिंडोला उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें प्रभु श्रीनाथजी हरी-भरी डालियों से बने झूले में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। समय – शाम साढ़े छह बजे।
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