Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के फैसले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज।

मध्य प्रदेश में चुनावों का ऐलान कब संभव तत्काल लग जाएगी आचार संहिता

भोपाल। मध्‍यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां राजनीतिक दलाें के साथ ही चुनाव आयोग ने भी शुरू कर दी है। मतदाता सूची में नाम जुड़वाने और हटाने का क्रम जारी है। जहां भाजपा के पास अपनी सरकार बचाए रखने की चुनौती है, तो डेढ़ साल में ही सत्‍ता से बाहर हुई कांग्रेस दोबारा सरकार बनाने के प्रयास में जुटी है, वहीं उम्‍मीद की जा रही है कि मध्‍य प्रदेश में नवंबर माह में चुनाव करवाए जा सकते हैं।

दरअसल, इन दिनों मध्‍य प्रदेश में मतदाता सूची का पुनरीक्षण जारी है, जिसमें नए मतदाताओं के नाम भी जोड़े जा रहे हैं। इसमें 1 अक्‍टूबर 2023 काे 18 साल की उम्र पूरी कर रहे लोग भी अपना नाम जुड़वा सकते हैं और वे इस विधानसभा चुनाव में वोट भी डाल सकेंगे। जाहिर सी बात है कि ऐसे में अक्‍टूबर माह तक ता चुनाव नहीं हो सकते। लिहाजा पूरी स्थिति को देखें तो नवंबर माह में ही चुनाव होने की उम्‍मीद जताई जा रही है।

कब लग सकती है आचार संहिता?

मध्‍य प्रदेश की मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 4 अक्‍टूबर को किया जाएगा। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद चुनाव आयोग करीब 10 दिनों में आचार संहिता की घोषणा करता है। ऐसे में उम्‍मीद है कि मध्‍य प्रदेश में 15 अक्‍टूबर से पूर्व आचार संहित लग सकती है।

पिछली बार कब हुए थे चुनाव

मध्‍य प्रदेश में अंतिम विधानसभा चुनाव 2018 में हुआ था। 28 नवंबर को एक ही चरण में प्रदेश में चुनाव करवा दिए गए थे।

क्‍या रहा था पिछले चुनाव का हाल?

2018 के चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी और सपा, बसपा और अन्‍य के साथ मिलकर कांग्रेस ने सरकार बनाई थी। चुनाव परिणाम में कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जबकि 15 सालों तक सत्‍ता में रही भाजपा को 109 सीटों पर जीत मिली। इधर, बसपा ने 2, सपा ने 1 और अन्य ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की थी

भाजपा फिर सत्‍ता में लौटी

मध्‍य प्रदेश में कांग्रेस अपनी सरकार सिर्फ डेढ़ साल तक ही चला पाई और ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया अपने 22 समर्थक विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। जिसके बाद कमल नाथ को अपने पद से इस्‍तीफा देना पड़ा था और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्‍व में वापस भाजपा की सरकार बनी थी।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.