नई दिल्ली। नए संसद भवन में कार्यवाही के पहले दिन केंद्र सरकार ने लोकसभा में नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित कर दिया। इसके बाद बिल को लेकर राज्यसभा में भी चर्चा की गई।
इस दौरान कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर हंगामा हो गया। उन्होंने कहा कि हम महिला आरक्षण विधेयक 2010 में ही पहले ही ला चुके थे, लेकिन उस दौरान यह आगे नहीं बढ़ पाया। उन्होंने आगे कहा कि देश में एससी की महिलाओं का साक्षरता प्रतिशत कम है, यहीं बड़ी वजह है कि राजनीतिक पार्टियों को कमजोर महिलाओं को चुनने की आदत है, ये उन लोगों को नहीं चुनते जो पढ़े-लिखे हैं और लड़ सकते हैं। खरगे के इस बयान के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया।
वित्तमंत्री ने दिया खरगे को जवाब
वित्तमंत्री निर्मला सीतारणम ने खरगे के कमजोर महिला वाले बयान पर कहा कि सभी दल ऐसी महिलाओं का ही चुनाव करते हैं जो प्रभावी नहीं हैं, यह बात बिल्कुल स्वीकार नहीं है। हमारी पार्टी और प्रधानमंत्री ने हम सभी महिलाओं को सशक्त बनाया है।
#WATCH | ” Literacy rate of women from scheduled caste is less and that’s why political parties have a habit of choosing weak women and they won’t choose those who’re educated and can fight”, says Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge pic.twitter.com/QTD2Y4vftl
— ANI (@ANI) September 19, 2023
प्रधानमंत्री ने कही यह बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान कहा कि केंद्र सरकार के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं था, फिर भी यहां सभी सदस्यों की समझदारी से कई ऐसे बिल पास हुए जो हमारे देश के लिए जरूरी थे।
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