भारतीय ज्योतिष परंपरा में राहु और केतु को छाया ग्रह माना गया है। यदि किसी जातक की कुंडली में राहु पहले भाव में स्थित होता है तो जीवन को रोमांचक बना देता है। ज्योतिष में राहु और केतु को अशुभ ग्रह माना गया है और इनकी शांति के लिए कई चमत्कारी उपायों किए जा सकते हैं। पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, राहु शांति के लिए ये उपाय कर सकते हैं।
पंडित प्रभु दयाल दीक्षित के मुताबिक, सोमवार को श्वेत चंदन के तिलक को आँखों के बीच और भुजा पर लगाना चाहिए। ऐसा करने से राहु दोष दूर होता है। इसके अलावा रोज दुर्गा मंत्र “ॐ दुं दुर्गायै नमः” का 108 बार जाप करना चाहिए । इससे भी राहु दोष नष्ट हो जाते हैं।
सूर्य नमस्कार करें
राहु दोष दूर करने के लिए रोज सुबह सूर्य नमस्कार करना चाहिए। ऐसा करने से शरीर और मन स्वस्थ रखता है। अमावस्या के दिन काली पूजा करना भी फलदायी होता है। ऐसा करने से राहु दोष में कमी आती है।
ओम नम: शिवाय का पाठ करें
रोज रात में सोते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करने से राहु का प्रकोप कम होता है। सफेद फूलों की माला धारण करने से भी राहु दोष कम होते हैं। सोमवार को सफेद चीजों का दान करना चाहिए।
तुलसी की पूजा करें
राहु के दोषों को दूर करने के लिए तुलसी की पूजा करना चाहिए और जल चढ़ाना चाहिए। पक्षियों का खाना खिलाने से भी राहु दोष दूर होता है। कुंडली में राहु दोष दूर होता है तो जीवन में किसी भी काम में रुकावट नहीं आती है और काम जल्द सफल हो जाते हैं।
डिसक्लेमर
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