भोपाल। बंगाल की खाड़ी में वर्तमान में कोई मौसम प्रणाली मौजूद नहीं है। मानसून द्रोणिका का पश्चिमी छोर भी हिमालय की तलहटी में चला गया है। हालांकि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से मिल रही नमी के कारण मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक नर्मदापुरम में 3.2, पचमढ़ी में 1.4, ग्वालियर में 0.7, मंडला में 0.6, जबलपुर में 0.4, सागर में 0.4, खजुराहो में 0.4, भोपाल में 0.3, इंदौर में 0.3 मिलीमीटर बारिश हुई। उज्जैन में बूंदाबांदी हुई।
मौसम ने ली करवट
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मानसून एक बार फिर शिथिल पड़ गया है। अब कहीं-कहीं सिर्फ छिटपुट बौछार ही पड़ सकती हैं। साथ ही वातावरण से नमी कम होने पर अब बादल छंटने से धूप भी निकलने लगेगी। इससे तापमान में बढ़ोतरी होगी। साथ ही उमस भी बढ़ेगी।
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