श्मशान में रातोंरात दफना दिए दो नवजात बच्चे, कब्र देखकर ग्रामीणों ने की शिकायत, प्रशासन ने निकाले शव
रविवार की सुबह सिविल लाइन थाने में सबजीत का पुरा गांव के आधा सैकड़ा से ज्यादा ग्रामीण पहुंच गए। ग्रामीण वीरसिंह, मनोज जाटव, राेशनलाल, नेतराम, सतेंद्र आदि ने बताया कि उनके गांव या आसपास कहीं भी किसी की मौत नहीं हुई, लेकिन रातोंरात गांव के श्मशान को कोई शव दफना गया है।
दो नवजातों के निकले शव
सिविल लाइन थाना प्रभारी ने एसडीएम से शव निकालने के लिए खुदाई की अनुमति ली। उसके बाद नायब तहसीलदार की अगुआई में पुलिस टीम ने उन गड्ढों को खुदवाया। इन गड्डों में दो नवजात बालिकाओं के शव निकले हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि किसी अविवाहिता को हुई संतानों को चोरी छिपे रात में दफनाया है। पुलिस ने दोनाें शवों का पोस्टमार्टम करवाया और डीएनए जांच के सेंपल लिए। उसके बाद शवों को फिर दूसरी जगह दफना दिया।
साढ़े तीन घंटे श्मशान में बैठे रहे एसआइ
सबजीत का पुरा गांव के ग्रामीण सुबह 8 बजे ही सिविल लाइन थाने पहुंच गए। इसके बाद एसडीएम की अनुमति लेकर एसआइ कपिल पाराशर 10 बजे के करीब श्मशान में पहुंच गए, लेकिन एसडीएम या तहसीलदार नहीं पहुंचे। एसडीएम या तहसीलदार की अगुआई में शव निकाले जाने थे। एसआइ कपिल पाराशर व ग्रामीण दोपहर 1 बजे तक श्मशान में ही बैठे रहे। इसके बाद दोपहर सवा 1 बजे के करीब जब नायब तहसीलदार आनंद यादव पहुंचे, तब नगर रक्षा समिति के सदस्य अभिषेक चांदिल ने एक ग्रामीण के साथ गड्ढे खोदकर शव बाहर निकाले।
शव दफनाने वालों की हो रही जांच
सबजीत का पुरा के ग्रामीण शिकायत लेकर आए थे, कि उनके गांव के श्मशान में कोई रातोंरात दो शव दफना गया। ग्रामीणों ने हत्या कर शव दफनाने की शंका जताई, इसलिए तत्काल अनुमति लेकर शव बाहर निकाले गए। दो नवजात बच्चों के शव निकले हैं, जिनके पोस्टमार्टम व डीएनए जांच करवाई गई है। शव किसने दफनाए इसकी जांच चल रही है।
वीरेश कुशवाह, थाना प्रभारी, सिविल लाइन
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.