नलखेड़ा। विश्व प्रसिद्ध सिद्ध पीठ मां बगलामुखी मंदिर में शनिवार को साध्वी ऋतंभरा दीदी नलखेड़ा विश्व प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां बगलामुखी मंदिर पर पहुंची जहां उन्होंने पहले मां के दरबार में दर्शन कर मत्था टेका पूजा-अर्चना की। जिसके बाद पंडितों द्वारा विशेष हवन अनुष्ठान करवाया गया। वे लगभग दो घंटे से भी अधिक समय तक पूरे विधि-विधान से मां की पूजा करती रहीं।
आगर-मालवा जिले के नलखेड़ा में मां बगलामुखी का मंदिर बहुत प्राचीन है। मंदिर में बां बगलामुखी बीच में विराजित हैं, इनके दोनों ओर मां महालक्ष्मी और मां महासरस्वती विराजित हैं। माना जाता है कि मां बगलामुखी यहां स्वयं विराजित हैं।
मान्यता है कि श्रीकृष्ण ने पांडवों को मां बगलामुखी की पूजा करने के लिए कहा था, जिसके बाद वे यहां आए थे। उस समय माता की मूर्ति यहां एक चबूतरे पर विराजमान थीं। तब से ही मान्यता है कि यहां उपासना करने के बाद ही पांडवों को उनका राज्य वापस मिला।
मंदिर में तांत्रिक अनुष्ठान और हवन किया जाता है। आम भक्तों के साथ यहां राजनेताओं भी सबसे ज्यादा पहुंचते हैं। किसी भी चुनाव के दौरान यहां राजनेताओं की भीड़ बढ़ जाती है।
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