Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के फैसले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज।

सिपाही से शराब माफिया बना 10 हजार का इनामी भूपेंद्र राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार

भोपाल। अयोध्या नगर इलाके में 22 अगस्त की रात करीब 12:30 बजे शराब दुकान खुली मिलने पर डायल-100 के सिपाही कमल ने ऐतराज जताया था। तब दुकान के कर्मचारी अजीत दुबे, सचिन शांडिल्य और अमित पांडेय ने कमल पर डंडे से जानलेवा हमला करते हुए पुलिस वैन में भी तोड़फोड़ कर दी थी। इस मामले में सचिन और अजीत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उनसे पूछताछ में पता चला था कि पुलिस पर हमला शराब दुकान में भागीदार भूपेंद्र सिंह सेंगर के इशारे पर किया गया था।

क्राइम ब्रांच का बर्खास्त सिपाही है

पुलिस तभी से इस मामले में उसकी तलाश कर रही थी। फरार भूपेंद्र और अमित पांडेय पर 10-10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। क्राइम ब्रांच ने भूपेंद्र को अलवर, राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। वह क्राइम ब्रांच का बर्खास्त सिपाही है।

इटावा का रहने वाला है आरोपित

डीसीपी क्राइम ब्रांच श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि पुलिस में रहने के दौरान 45 वर्षीय भूपेंद्र ने संजीव नगर पुलिस कालोनी में मकान बना लिया था। वह मूलत: ग्राम बडेरा जिला इटावा, तहसील ओरैया उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस पर हमले के मास्टरमाइंड के रूप में नाम सामने आने के बाद से वह फरार हो गया था। इनाम घोषित करने के साथ ही पुलिस उसके हर संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही थी। इस मामले में अमित पांडे की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।

सात कालोनियों की खाक छानकर किया गिरफ्तार

एडीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र चौहान ने बताया कि क्राइम ब्रांच की टीम लगातार भूपेंद्र की तलाश कर रही थी। पिछले दिनों उसकी लोकेशन राजस्थान में मिली थी। इस आधार पर पुलिस ने अपना जाल बिछाया था। राजस्थान में पुलिस ने दो दिन के अंदर सात कालोनी के लगभग एक हजार मकानों की सर्चिंग करते हुए अंतत: भूपेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। भूपेंद्र पहले क्राइम ब्रांच में सिपाही के पद पर रह चुका है। घोर लापरवाही के मामलों में लिप्त पाए जाने पर उसे बर्खास्त कर दिया गया था। उसके बाद वह शराब के धंधे में शामिल हो गया था।

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.