Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज। देश की पहली दुनिया की 5वीं नाइट सफारी विकसित हो रही, प्रदेश वासियों को नाइट सफारी की मिलेगी सौगात,जा...

400 साल बाद शनि-रवि पुष्य नक्षत्र योग, 6 राशियों को अपान धन का मौका, खरीदारी के लिए अच्छा समय

इंदौर। नवंबर का महीना दुर्लभ योगों और महत्वपूर्ण ग्रह गोचरों से युक्त रहेगा। महीने की शुरुआत में शुक्र का गोचर हुआ। दिवाली से पहले शनि देव कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। दीपावली से पहले लगातार दो दिन रवि पुष्य नक्षत्र योग और 8 राजयोग का संयोग रहेगा। 4 नवंबर को शनि पुष्य योग और 5 नवंबर को रवि पुष्य योग बनेगा।

400 साल बाद दुर्लभ योग

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पुष्य नक्षत्र में दुर्लभ योग 400 साल बाद बन रहा है। दिवाली से पहले यह अवधि खरीदारी के लिए शुभ रहेगी। इस दुर्लभ संयोग का कुछ राशियों पर शुभ प्रभाव पड़ने वाला है।

4 नवंबर को पुष्य नक्षत्र

4 नवंबर को सुबह 8 बजे पुष्य नक्षत्र शुरू होगा। यह योग 5 नवंबर को रविवार सुबह 10 बजे तक रहेगा। पुष्य नक्षत्र में रवि और शनि योग एक साथ आ रहे हैं। 4 नवंबर, शनिवार को अष्ट महाराज योग भी है। ज्योतिषियों के अनुसार, इस दिन शंख, लक्ष्मी, शश, हर्ष, सरल, मित्र और गजकेसरी योग एक साथ आएंगे। इस दिन शनि देव अपनी राशि में गोचर करेंगे।

इन राशियों को मिलेगा लाभ

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इन राजयोगों का असर दिवाली से पहले कुछ राशियों पर शनि और बृहस्पति की कृपा होगी। इस दौरान मेष, मिथुन, कर्क, धनु, मकर और कुंभ राशि वालों को लाभ मिलेगा। शनि और देवगुरु के कारण देवी लक्ष्मी इन राशियों को तरक्की का मौका दे सकती है। दिवाली से पहले आर्थिक फायदा होने की संभावना है।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.