भोपाल, बैरागढ़ में बड़ी झील किनारे को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर अमल नहीं हो पा रहा है। ग्राम बेहटा स्थित घाट पर देव प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक लगाने के बाद इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनी थी, लेकिन पर्यटन विकास निगम एवं नगर निगम के बीच समन्वय के अभाव में योजना पूरी नहीं हो सकी।
यहां से दिखता है बोट क्लब
बड़ी झील के इस छोर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की भरपूर संभावनाए हैं, लेकिन फिर भी काम नहीं हो पा रहा है। इस घाट पर हर साल बोट रेस होती है। यहां के युवा इसमें उत्साह के साथ भाग लेते हैं। यदि इसे स्थायी रूप से राजधानी के बोट क्लब की तरह विकसित किया जाए तो नागरिकों को अच्छा मनोरंजन केंद्र भी मिल सकता है। बोट क्लब भी बड़ी झील के किनारे ही बना हुआ है। बेहटा स्थित पुराने घाट से बोट क्लब का दृश्य नजर आता है।
एक छोर से दूसरे छोर तक चल सकती है नौका
यदि नगर निगम एवं पर्यटन विकास निगम मिलकर इसे बोट क्लब की तरह विकसित करते हैं तो यहां से इलेक्ट्रिक बोट का संचालन भी हो सकता है। यह बोट बैरागढ़ से सीधे सीएम हाऊस के पास बने बोट क्लब तक जा सकती है। नागरिकों को बोट से सफर करने का एक नया विकल्प भी मिल सकता है। यहां के संगठन भी लंबे समय से पर्यटन स्थल बनाने की मांग कर रहे हैं।
पूज्य सिंधी पंचायत के महासचिव माधु चांदवानी का कहना है कि बैरागढ़ को अच्छे पर्यटन स्थल की जरूरत है। एक समय पर्यटन विकास निगम से इसकी उम्मीद बंधी थी, लेकिन निगम ने योजना पूरी नहीं की। सिंधु समाज के उपाध्यक्ष हरीश मेहरचंदानी कहते हैं कि विकास की दृष्टि से यह एक बड़ी सौगात होगी। प्रशासन को इसे पूरा करना चाहिए।
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