भोपाल। राष्ट्रीय हिंदी दिवस के मौके पर होने वाला महाविद्यालयीन विद्यार्थियों का हिंदी महोत्सव तूर्यनाद-2023 इस बार अक्टूबर में होने जा रहा है। यह छह, सात और आठ को अक्टूबर को मैनिट परिसर में आयोजित होगा। आयोजकों को मैनिट प्रबंधन से अनुमति मिलने में हुई देरी के कारण ऐसा हो रहा है।12 साल में ऐसा पहली बार होगा जब स्थितियां सामान्य होने के बावजूद आयोजन हिंदी दिवस के काफी बाद हो रहा है। यह आयोजन कोरोना काल में भी नहीं रुका था। कोरोना की बंदिशों में यह वर्ष 2020 में यह सितंबर में ही आनलाइन मोड पर हुआ था। वहीं 2021 में राष्ट्रीय हिंदी दिवस पर न होकर विश्व हिंदी दिवस पर जनवरी महीने में आयोजित हुआ था। अब पहली बार ऐसा हो रहा है, जबकि हिंदी से जुड़े बिना किसी दिवस विशेष के महोत्सव अक्टूबर में आयोजित होगा।
मैनिट के पूर्व व वर्तमान विद्यार्थी मिलकर कराते हैं आयोजन
मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) भोपाल की राजभाषा कार्यान्वयन समिति प्रति वर्ष अंतर्महाविद्यालयीन हिंदी महोत्सव तूर्यनाद का आयोजन कराती आई है। तीन दिवसीय महोत्सव के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम व अभिभाषण आदि होते हैं। मैनिट के वर्तमान विद्यार्थियों के साथ ही पूर्व विद्यार्थी, जो तूर्यनाद के संस्थापक सदस्य थे, अभी भी उत्साह से इस आयोजन की बागडोर संभालते हैं।
महोत्सव में यह रहेगा खास
राजभाषा कार्यान्वयन समिति के छात्र अध्यक्ष राजेश रंजन ने बताया कि तूर्यनाद में संसदीय वाद विवाद, एक भारत श्रेष्ठ भारत, अभिव्यक्ति, खिचड़ी, चक्रव्यूह, नुक्कड़- नाटक, कवि सम्मेलन जैसे कार्यक्रम इस वर्ष भी आयोजित किए जाएंगे। हिंदीतर भाषी प्रतिभागियों के हिंदी कौशल को परखने के लिए अलग-अलग स्तर पर प्रतियोगिताएं होंगी। इस बार कुछ नई गतिविधियां भी जोड़ी जा रही हैं।
शीघ्र प्रारंभ होंगे आनलाइन पंजीयन
अपनी स्थापना के साथ ही तूर्यनाद राजभाषा हिंदी व भारतीय संस्कृति के प्रति गौरव एवं सम्मान की अनुभूति का सुनहरा अवसर रहा है। ‘तूर्यनाद-23’ महोत्सव के लिए पंजीयन शीघ्र प्रारंभ हो रहे हैं। प्रतिभागी तूर्यनाद की आधिकारिक वेबसाइट www.tooryanaad.in पर पंजीयन करा सकेंगे। कार्यक्रमों की अधिक जानकारी हेतु तूर्यनाद के सभी इंटरनेट मीडिया हैंडल्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं। बता दें कि तूर्यनाद में देश भर के तकनीकी संस्थानों के साथ ही अन्य महाविद्यालयों के विद्यार्थी भी प्रतिभागिता करते हैं।
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