पन्ना की गुन्नौर सीट से भाजपा विधायक रहे महेंद्र बागरी ने टिकट ना मिलने के चलते आज सोमवार को बीजेपी का दामन छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। वे आज सुबह पन्ना कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिवजीत सिंह के साथ भोपाल पहुंचे। कांग्रेस नेताओं से चर्चा करने के बाद कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में पीसीसी चीफ कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली। महेंद्र बागरी के कांग्रेस में आने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें गुन्नौर से विधानसभा चुनाव लड़ाया जा सकता है।
भाजपा ने राजेश वर्मा को दिया हैं टिकट
भाजपा ने गुन्नौर सीट से पूर्व विधायक व 2018 में चुनाव हार चुके राजेश वर्मा को टिकट दिया है। जिसके बाद से गुन्नौर विधानसभा में भाजपा के कई नेताओं में असंतोष व्याप्त है। हाल ही में पूर्व विधायक महेंद्र बागरी और पार्टी नेत्री अमिता बागरी ने इसका खुलकर विरोध किया था। भाजपा पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया था।
पिछला चुनाव हारे थे वर्मा
डॉ राजेश वर्मा पन्ना जिले की गिन्नौर सीट से भाजपा की टिकट पर 2008 के विधायक तो महेन्द्र 2013 के विधायक रह चुके हैं। साल 2013 के चुनाव में भाजपा ने डॉ राजेश वर्मा का टिकिट काटकर महेंद्र बागरी को प्रत्याशी बनाया था, जिसमें 41980 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस के शिवदयाल बागरी 40643 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। बीजेपी ने 2018 में डॉ राजेश वर्मा को फिर मैदान में उतारा था, लेकिन वे कांग्रेस के प्रत्याशी शिवदयाल बागरी से हार गए थे। महेन्द्र को टिकट ना देकर बीजेपी ने वर्मा पर दांव लगाया है l ऐसे में स्थानीय स्तर पर नाराजगी है, ऐसे में इसका फायदा कांग्रेस को मिल सकता हैl
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