कर्नाटक के विधानसभा अध्यक्ष यू टी खादर ने बृहस्पतिवार को कहा कि विधानसभा कक्ष से हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की आदमकद तस्वीर को हटाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत पिछली सरकार के दौरान ‘सुवर्ण विधान सौध’ में लगाई गई सावरकर की तस्वीर को हटाए जाने के कयासों के बीच खादर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वह संविधान के अनुसार चलेंगे।
इस बीच, मंत्री प्रियंक खरगे ने कहा कि अगर इजाजत मिले तो वह सावरकर की तस्वीर हटा देंगे। दिसंबर, 2022 में कई राष्ट्रीय प्रतीकों के साथ सावरकर की तस्वीर के अनावरण की तत्कालीन विपक्षी पार्टी- कांग्रेस ने आलोचना की थी, जिसने आरोप लगाया था कि यह एकतरफा निर्णय था और इस बारे में उसे नहीं बताया गया था।
सावरकर की तस्वीर हटाकर उसकी जगह नेहरू की तस्वीर लगाने की अटकलों के संबंध में एक सवाल पर खादर ने कहा, ‘‘मुझे इस मामले की जानकारी नहीं है…ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है।” यह पूछे जाने पर कि अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है तो वह क्या करेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘पहले इसे आने दीजिए…।” खादर ने रविवार को कहा था कि विधानसभा कक्ष के अंदर प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर लगाने के प्रस्ताव पर चर्चा की जाएगी।
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