ग्वालियर। शहर में वैसे तो अनेकों भगवान भोलेनाथ के प्रसिद्ध मंदिर हैं। जहां हर रोज भक्त जाकर प्रार्थना करते हैं। लेकिन भक्तों का विश्वास है। कि यदि कोई भक्त मन से गरगज कॉलोनी बहोड़ापुर पर स्थित ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर पर जाकर मलका मसूर की लाल दाल चढ़ाता है। तो उसे वर्षों पुराने कर्ज से मुक्ति मिल जाती है। भगवान शिव के अनेक रूप हैं ।और अनेक नाम है। लेकिन एक रूप मंगल ऋण हर्ता का भी है। जो ऋण से मुक्ति कराके लोगों का मंगल करते हैं। यह प्रदेश का इकलौता से मंदिर है। जहां मलका मसूर की लाल दाल अर्पित की जाती है। कर्जे से मुक्ति की आस में यहां हर मंगलवार को ऋणमुक्तेश्वर महादेव के दर्शन एवं पूजा अर्चना के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
मंदिर का इतिहास- वैसे तो ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर वर्षों पुराना बताया जाता है। लेकिन कर्ज मुक्ति को लेकर श्रद्धालुओं का विश्वास पिछले कई सालों से बना हुआ है। मंदिर के पुजारी किशोर कुमार शर्मा ने बताया। कि 50 वर्ष पूर्व यहां एक नागा साधु कपिल नागा ने हठयोग करके भगवान से प्रार्थना कर मांगा था। इस संसार में कर्जे से परेशान लोगों को कर्ज से मुक्त करें। नागा साधु ने यहां ऋण मुक्तेश्वर महादेव को विराजित किया।
बरगद पीपल से मांगते हैं मन्नत
ज्योतिषाचार्य डा संतीश सोनी ने बताया कि मंदिर के समीप भी कपिल मुनि की एक जिंदा समाधि भी है। जहां बरगद और पीपल का पेड़ है। यही बैठकर नागा साधु साधना करते थे। के यहां लोग आकर मन्नत के धागा बांधने से श्रद्धालु की सभी तरह की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।कहते हैं। क्योंकि ईश्वर से सच्चे मन से कुछ मांगा जाए तो वह जरूर पूरा होता है।
जैसी भावना, मूर्त देखी वैसी
सनातन धर्म के संतों ने कहा कि जैसी भावना, प्रभु की मूर्त देखी वैसी। इसी तरह देवाधिदेव के अंसख्य नाम हैं। श्रद्धा के अनुसार शिवभक्त उन्हें अलग-अलग नामों से पुकारते हैं। अगर पीपल के नीचे शिवलिंग विराजमान को पीपलेश्वर महादेव, मंशापूर्ण महादेव, मंगलेश्वर महादेव। इसी तरह ऋण मुक्तेश्वर महादेव प्रचलित हैं।
सवा किलो मलका मसूर की दाल से मिलता है कर्जे से छुटकारा
शहर में वैसे तो अनेकों भगवान भोलेनाथ के प्रसिद्ध मंदिर हैं। जहां हर रोज भक्त जाकर प्रार्थना करते हैं। लेकिन भक्तों का विश्वास है। कि यदि कोई भक्त मन से गरगज कॉलोनी बहोड़ापुर पर स्थित ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर पर जाकर मलका मसूर की लाल दाल चढ़ाता है। तो उसे वर्षों पुराने कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।भगवान शिव के अनेक रूप हैं ।और अनेक नाम है। लेकिन एक रूप मंगल ऋण हर्ता का भी है। जो ऋण से मुक्ति कराके लोगों का मंगल करते हैं। यह प्रदेश का इकलौता से मंदिर है। जहां मलका मसूर की लाल दाल अर्पित की जाती है। कर्जे से मुक्ति की आस में यहां हर मंगलवार को ऋणमुक्तेश्वर महादेव के दर्शन एवं पूजा अर्चना के लिए काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
मंदिर का इतिहास
वैसे तो ऋणमुक्तेश्वर महादेव मंदिर वर्षों पुराना बताया जाता है। लेकिन कर्ज मुक्ति को लेकर श्रद्धालुओं का विश्वास पिछले कई सालों से बना हुआ है। मंदिर के पुजारी किशोर कुमार शर्मा ने बताया। कि 50 वर्ष पूर्व यहां एक नागा साधु कपिल नागा ने हठयोग करके भगवान से प्रार्थना कर मांगा था। इस संसार में कर्जे से परेशान लोगों को कर्ज से मुक्त करें। नागा साधु ने यहां ऋण मुक्तेश्वर महादेव को विराजित किया।
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