मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड निकालने की घटना को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार महिलाओं से जुड़े मामलों पर संवेदनशील है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर लोकसभा में द्रमुक सदस्यों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कभी तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता का अपमान होता देखकर हंसने वाले आज द्रोपदी के चीरहरण की बात कर रहे हैं।
आज ये लोग द्रौपदी और महाभारत की बात कर रहे हैं
सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि द्रमुक सदस्य कनिमोई ने महाभारत में द्रोपदी की बात की। सीतारमण ने कहा कि महिलाओं के अपमान पर, उन्हें निर्वस्त्र करने की घटनाओं पर हम सभी बहुत संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि वह गंभीर रूप से चिंतित हैं और मैं उसे हल्के में नहीं ले रही। लेकिन मैं एक बात कहना चाहूंगी कि मणिपुर हो, दिल्ली हो, राजस्थान हो या देश के किसी भी हिस्से में महिलाओं के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कनिमोई और पूरे सदन को याद दिलाना चाहती हूं कि 25 मार्च 1989 को तमिलनाडु विधानसभा में तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष जयललिता की साड़ी खींची गई थी और उनके इस अपमान पर द्रमुक के सदस्य हंस रहे थे।” उन्होंने कहा कि आज ये लोग द्रौपदी और महाभारत की बात कर रहे हैं, यह अविश्वसनीय है। कांग्रेस नीत पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में भ्रष्टाचार और सांठगांठ के पूंजीवाद के कारण पूरा एक दशक बर्बाद हो गया। लेकिन पिछले नौ वर्षों में विपरीत परिस्थिति और संकट को सुधार और अवसर में बदलने का काम किया गया।” उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए आज देश उच्च वृद्धि दर और कम मुद्रास्फीति के साथ आगे बढ़ रहा है जबकि पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के समय उच्च मुद्रास्फीति और कम वृद्धि दर थी।”
सीतारमण ने किया इन योजनाओं का जिक्र
विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का जिक्र करते हुए सीतारमण ने कहा कि विपक्ष के नाम में बदलाव केवल वैधता प्रदान करने के लिए किया गया है क्योंकि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) नाम से लोगों को इनका भ्रष्टाचार, सांठगांठ का पूंजीवाद याद आता है। जनधन योजना, आयुष्मान भारत, आवास योजना, स्वास्थ्य योजना, नल से जल योजना, शौचालय का निर्माण, मुद्रा रिण योजना का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि संप्रग के समय जनता से कहा जाता था काम किया जाएगा, आज हमारी सरकार में सारे काम हो रहे हैं। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के वक्तव्य पर असंतोष जताते हुए द्रमुक, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और वाम दलों समेत विपक्षी दलों के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।
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