Breaking News in Hindi
ब्रेकिंग
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के फैसले अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर डब्ल्यूओएस ने किया शक्ति उत्सव आयोज। विधान परिषद के बजट सत्र 2025-26 के अंतर्गत बजट लाईव। भारतीय नौसेना का जहाज कुठार श्रीलंका के कोलंबो पहुंचा। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान प्राण, केंद्रीय कृषि मंत्री। इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री से संरक्षणवाद को छोड़कर उपभोक्ता हितों को प्राथमिकता देने का आग्रह किया,पीय... PM Modi ने बागेश्वर धाम की पर्ची निकाल दीं, धीरेंद्र शास्त्री बोले। विधान सभा बजट सत्र 2025-26 का चौथा दिन। मात्र 250 रुपए जमा करने पर आपको मिलेगा 78 लाख रुपए तक! CM योगी ने विधानसभा में शिवपाल यादव पर कसा तंज।

भगवान राम का अनोखा बैंक, 5 लाख बार ‘सीताराम’ लिखने पर खुलता है अकाउंट

पूरे देश में रामनवमी का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है. रामनवमी के अवसर पर अयोध्या पूरी तरह से जगमग हो उठा है. दरअसल राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये पहली रामनवमी है. इस खास मौके पर अयोध्या में रामलला का सूर्य की किरणों ने तिलक किया गया. लेकिन क्या आपको पता है भगवान राम के इस शहर में एक अनोखा बैंक भी है. इस बैंक का नाम इंटरनेशनल सीताराम बैंक है. आइए जानते हैं क्या है इस बैंक की खासियत.

भगवान राम के शहर में इस बैंक में खाता खुलवाने के लिए आपको 5 लाख बार सीताराम लिखना पड़ता है. इस बैंक की स्थापना साल 1970 मे की गई थी. यहां भक्तों को राम नाम का कर्ज मिलता है. इस बैंक के 35000 अकाउंट होल्डर्स हैं. इस बैंक के ग्राहक पूरी दुनिया में फैले हुए हैं. भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, नेपाल, फिजी और यूएई में भी इस बैंक के अकाउंट होल्डर्स मौजूद हैं.

20,000 करोड़ सीताराम बुकलेट्स

राम की नगरी में बने इस बैंक के पास 20,0000 करोड़ सीताराम बुकलेट्स हैं जो इन्हें भक्तों से मिले है. अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का फायदा इस बैंक को भी मिला है. इस बैंक के मैनेजर के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा के बाद इस बैंक में विजिटर्स की संख्या काफी बढ़ चुकी है. यह बैंक हर खाते का ट्रैक रखता है. बैंक अपने सभी अकाउंट होल्डर्स फ्री बुकलेट और लाल पेन गिफ्ट करता है. इस बैंक के खाता खुलवाने के लिए आपको बुकलेट पर 5 लाख बार सीताराम लिखना पड़ता है. तब जाकर आपका खाता खुलता है और पासबुक इश्यू किया जाता है. इस बैंक के देश और दुनिया भर में कुल 136 ब्रांच हैं.

कैसे मिलता है कर्ज

जैसे खाता खुलवाने के लिए इस बैंक में 5 लाख बार सीताराम लिखना पड़ता है. वैसे ही इस बैंक से कर्ज लेने की भी कुछ शर्ते है. बैंक की ओऱ से यह कर्ज तीन अलग-अलग रूप में होता है. पहला आपको अनुष्ठान की समय सीमा बतानी होती है. वहीं आपको कर्ज लौटाने के लिए एक निर्धारित समय दिया जाता है. राम नाम का यह बैंक पूरी तरह से भारत के बैंकिंग सिस्टम को फॉलो करता है. इस बैंक से तीन तरीके में भगवान के नाम का कर्ज मिलता है. पहला राम नाम का जप दूसरा पाठ करना और तीसरा लेखन के लिए. लेखन कर्ज उतारने के लिए आपको 8 महीने 10 दिन का समय दिया जाता है. इसमें सवा लाख राम नाम लिखना होता है.

पैसा नहीं धर्म, शांति और विश्वास का ट्रांजैक्शन

आपको बता दे कि यहां रुपये नहीं बल्कि राम नाम का कर्ज दिया जाता है. इसे एक निर्धारित वक्त में लिखकर यहां जमा करना होता है. इस अनूठे और अद्भुत राम नाम बैंक को पूरे देश भर में ख्याति प्राप्त है. सात समंदर पार से भी यहां पर भक्त इस अनुष्ठान को लेने के लिए पहुंचते हैं. इस बैंक में पैसा नहीं बल्कि धार्मिक, आंतरिक शांति और विश्वास मुख्य ट्रांजैक्शन होते है. जिस भक्त का भी खाता इस बैंक में खुलता है वह इन तीन चीजों का ट्रांजैक्शन करता है और इसमें उन्हें असीम शांति मिलती है. इस बैंक के कुछ अकाउंट होल्डर्स ऐसे हैं जिन्होंने 1 करोड़ से ज्यादा बुकलेट बैंक को लिखकर दिए है. तो वहीं कुछ भक्त ऐसे हैं जिन्होंने 25 लाख से ज्यादा बार सीताराम लिखा है.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.