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इंदौर में अचानक बढ़ी फूलों की मांग, दोगुनी हो गई आवक और भाव

इंदौर। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रत्याशी दिन-रात मैदान में डटे हुए हैं। जनसंपर्क के दौरान उनका जगह-जगह माला और फूलों से स्वागत किया जा रहा है। इस कारण शहर में अचानक फूलों की मांग बढ़ने लगी है। मंडी में फूलों की आवक भी 100 फीसद बढ़ गई है, फिर भी इनके दामों में बढ़ोतरी हुई है। राजीव गांधी चौराहे के समीप फूल मंडी में इन दिनों खरीदारों की भीड़ देखने को मिल रही है। यहां से लोग सुबह-सुबह ही क्विंटलों में फूल खरीदकर ले जा रहे हैं।

मंडी व्यापारियों का भी कहना है कि नवरात्र में फूलों की मांग थोड़ी बढ़ी थी, लेकिन उसके बाद कम हो गई थी। अप प्रत्याशियों के लिए फूल खरीदकर उनके समर्थक ले जा रहे हैं। सबसे ज्यादा मांग अभी गेंदे के फूल की देखी जा रही है। नवरात्र में गेंदे के फूल 10 रुपये किलो बिक रहे थे, वहीं अभी 20 से 30 रुपये किलो तक बिक रहे हैं।

अभी 20 हजार किलो फूल आ रहे

आम दिनों में फूल मंडी में जहां 10 हजार किलो तक फूलों की आवक होती थी, लेकिन अभी 20 हजार किलो फूल आ रहे हैं। बात करें फूलों के बढ़ते दामों की तो इसका असर प्रत्याशी और उनके समर्थकों को तो नहीं लेकिन आम जनता की जेब पर जरूर पड़ रहा है। घर में जहां पूजा के लिए रोजाना आने वाले 10 रुपये के फूलों के लिए उन्हें अब 20-25 रुपये देना पड़ रहे हैं।

बता दें कि चोइथराम फूल मंडी में 80 से 100 व्यापारी फूलों का कारोबार करते हैं। यहां से राज्य के कई जिलों में फूल भेजे जाते हैं। मंडी व्यापारी कुसुमाकर का कहना है कि चुनाव के कारण फूलों की आवक 50 प्रतिशत तक बढ़ी है। साथ ही दाम भी दोगुना हो गए हैं। सबसे ज्यादा अभी गेंदे के फूलों की मांग है। आम दिनों में इतनी बिक्री नहीं होती है।

कोई भी माला 40 रुपये से कम नहीं

महू नाका स्थित दुकानदार सतीश ने बताया कि फूलों की बिक्री और दाम बढ़ने के कारण मंदिरों और अन्य दुकानों पर बिकने वाली माला के दाम भी बढ़ गए हैं। पहले जहां 10-20 रुपये में माला मिल जाती थी, लेकिन अब इनकी शुरुआती कीमत बढ़कर 40 रुपये पहुंच गई है। बता दें कि जिले की नौ विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं। फूलों से स्वागत के बिना अभी तक कोई चुनाव संपन्न नहीं हो पाए हैं।

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