भाजपा नेता के बेटे की मौत मामले में बड़ी कार्रवाई, यूपी की योगी सरकार ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
संजय गांधी पोस्टग्रैजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में कथित तौर पर इलाज ना मिलने के कारण भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व सांसद के बेटे की मौत को गंभीरता से लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार को इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए। सरकार ने एसजीपीजीआई के निदेशक को चेतावनी देते हुए यह सुनिश्चित करने को कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
PGI में बेड ना मिलने से पूर्व सांसद के बेटे की मौत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बांदा से सांसद रह चुके भैरो प्रसाद मिश्रा शनिवार को अपने बीमार बेटे प्रकाश मिश्रा (40) को लेकर एसजीपीजीआई के इमर्जेंसी वार्ड में पहुंचे थे। आरोप है कि किडनी की बीमारी से पीड़ित प्रकाश मिश्रा को भर्ती नहीं किया गया, जिससे उनकी मौत हो गई। इसके बाद भैरो प्रसाद मिश्रा एसजीपीजीआई में धरने पर बैठ गए, जिससे अधिकारी हरकत में आए और मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया।
योगी सरकार ने दिए मामले के उच्च स्तरीय जांच के आदेश
आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व सांसद भैरो प्रसाद मिश्र के बेटे की पीजीआई लखनऊ में दुखद मौत की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।” उन्होंने बताया, ”प्रथम दृष्टया जांच में दोषी पाए गए संबंधित डॉक्टर को संस्थान से कार्यमुक्त किया जा रहा है। पीजीआई के निदेशक को एक चेतावनी भी दी गई है कि भविष्य में इस तरह की घटना फिर न हो।’
त्तर प्रदेश की लोनी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने यह कहकर एक बार फिर विवाद खड़ा कर दिया है कि भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) नेता राकेश टिकैत अगर किसानों बीच नहीं होते तो मुठभेड़ में मारे गए होते। उन्होंने कहा कि अगर वह आंदोलन के दौरान किसानों से घिरा नहीं होता तो उसे मुठभेड़ में मार गिराया गया होता।
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